Syrian Civil War: सीरियाई विपक्षी युद्ध निगरानी ने बताया कि विद्रोहियों के दमिश्क पहुंचते ही राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर चले गए हैं.
Syrian Civil War: सीरिया से बहुत बहुत बड़ी जानकारी सामने आ रही है. सीरिया में गृह युद्ध की आंच तेज हो गई है. साथ ही विद्रोहियों के तीव्र हमले के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन का अंत हो गया.
AP न्यूज एजेंसी ने सीरियाई विपक्षी युद्ध निगरानी के हवाले से बताया कि राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर चले गए हैं. इसके साथ विद्रोही सीरिया की राजधानी दमिश्क तक पहुंच गए हैं.
सीरिया के प्रधानमंत्री ने सत्ता सौंपने की कही बात
सीरियाई सरकार रविवार को तड़के गिर गई और राष्ट्रपति बशर अल-असद के भागने के बाद प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी जलाली ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वह शांतिपूर्ण परिवर्तन के लिए सत्ता विपक्ष को सौंपने के लिए तैयार हैं. गाजी जलाली ने एक वीडियो संदेश में कहा कि मैं अपने घर में हूं और मैंने देश नहीं छोड़ा है.
उन्होंने कहा कि वह सुबह काम जारी रखने के लिए अपने कार्यालय जाएंगे. साथ ही उन्होंने सीरियाई नागरिकों से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने का आग्रह किया. हालांकि, इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति बशर अल-असद के देश छोड़ने पर कोई टिप्पणी नहीं की. दरअसल, सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के रामी अब्दुर्रहमान ने बताया कि रविवार को ही राष्ट्रपति बशर अल-असद ने दमिश्क से उड़ान भरी है.
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11 दिन से से जारी है सीरिया में संघर्ष
बीते 11 दिन से विद्रोही गुटों और सेना के बीच जारी संघर्ष में विद्रोही रविवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क तक पहुंच गए. कई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विद्रोहियों सीरिया के चार बड़े शहरों पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है. इसमें हमा, अलेप्पो, होम्स और दारा शहर शामिल है. दारा शहर पर 6 दिसंबर को कब्जा विद्रोहियों ने कब्जा किया और अब उसी रास्ते वह करीब 100 किमी दूर राजधानी दमिश्क तक पहुंच गए.
इसमें सबसे ज्यादा सक्रिय है HTS यानी हयात तहरीर अल-शाम विद्रोही गुट के लड़ाके. 27 नवंबर को शुरू हुआ यह संघर्ष अब उग्र रूप ले चुका है. दमिश्क में सड़क के किनारे हथियारबंद विद्रोही लड़ाके मौजूद हैं. बता दें कि साल 2018 के बाद यह पहली बार है कि विद्रोही दमिश्क तक पहुंचे हैं. इससे पहले सीरियाई सैनिकों ने दमिश्क को किले में तब्दील कर रखा था. इसके साथ ही विद्रोहियों ने कहा है कि उन्होंने कुख्यात सैदनाया सैन्य जेल से अपने साथियों को भी छुड़ा लिया है.
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