Sudan Hospital Drone Attack: हमला सूडान के अल फशर शहर के सऊदी अस्पताल पर हुआ है. WHO के महानिदेशक ने अपने X हैंडल पर इस बात की जानकारी दी.
Sudan Hospital Drone Attack: एक दिन पहले सूडान में एकमात्र चालू अस्पताल पर बड़ा हमला हुआ है. इस हमले में कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई. WHO यानि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस हमले की पुष्टि कर दी है. इस तरह के हमले सूडान में बढ़ते गृहयुद्ध की झलक दिखा रहे हैं. अधिकारियों ने सऊदी टीचिंग मैटरनल अस्पताल पर हमले के लिए विद्रोही RSF यानि रैपिड सपोर्ट फोर्सेज को जिम्मेदार ठहराया है.
चीनी ड्रोन पर गहरा रहा शक
यह हमला सूडान के अल फशर शहर के सऊदी टीचिंग मैटरनल अस्पताल पर हुआ है. WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने अपने X हैंडल पर इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि सऊदी टीचिंग मैटरनल अस्पताल में हुए भयावह हमले में 70 लोगों की मौत हो गई और 19 लोग घायल हो गए. हालांकि, इस दौरान उन्होंने नहीं बताया कि हमला किस ओर से किया गया था. लेकिन स्थानीय अधिकारी इसके लिए विद्रोही रैपिड सपोर्ट फोर्स को दोषी मान रहे हैं.
दावा किया जा रहा है कि सऊदी अस्पताल की आपातकालीन इमारत पर कुछ सप्ताह पहले भी ड्रोन से हमला किया गया था. इस बीच दावा यह भी किया जा रहा है कि चीन में बने ड्रोन से इस तरह के हमले हो रहे हैं. कुछ समय पहले सूडान की सीम पर सूडानी सेना ने चीन में बने CH-95 ड्रोन और छह छोटे ड्रोन की खेप को पकड़ा था, जो RSF के पास जाने वाले थे. यह UEA के रास्ते भेजे गए थे. सूडान के विदेश मंत्री अली यूसुफ ने कहा था कि इन चीनी ड्रोन को संयुक्त अरब अमीरात में बनाया जा रहा है.
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एल-फशर शहर को घेर रखा है RSF
बता दें कि RSF ने पिछले साल मई से एल-फशर शहर को घेर रखा है. वहीं, SSF यानि सूडानी सशस्त्र बल के जवान अल-फशर शहर पर हमले कर रहे हैं. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि RSF के लड़ाके दारफुर की तरह ही नागरिकों को जातीयता के आधार पर मार देंगे. कुछ दिनों पहले RSF ने और उसके सहयोगियों को एल-फशर छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया था. वहीं, SSF ने अल-फशर को छुड़ाने के लिए तोप से अपना अंतिम हमला शुरू कर दिया.
इसके बाद से ही RSF विस्थापित लोगों पर हमले कर रहा है. बताया जा रहा है कि RSF अल्टीमेटम खत्म होने के बाद से ही आपातकालीन अस्पताल पर बड़े पैमाने पर हमले कर रहा है. बता दें कि साल 2023 के अप्रैल महीने में सूडान गृह युद्ध शुरू हुआ था. इस युद्ध में 20 हजार से ज्यादा लोगों को मार दिया गया है और लाखों की संख्या में विस्थापित हुए हैं. अप्रैल 2023 से लेकर 3 मिलियन से अधिक शरणार्थियों ने पड़ोसी देशों में शरण मांगी है.
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