Russia-Ukraine War: युद्ध के बीच डांवाडोल होती अर्थव्यवस्था को लेकर व्लादिमीर पुतिन की टेंशन बढ़ गई है. दूसरी ओर डोनाल्ड ट्रंप भी व्लादिमीर पुतिन पर दबाव डाल रहे हैं.
Russia-Ukraine War: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन डर गए हैं. युद्ध के बीच डांवाडोल होती अर्थव्यवस्था को लेकर व्लादिमीर पुतिन की टेंशन बढ़ गई है. दूसरी ओर अमेरिका की सत्ता संभालते ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी व्लादिमीर पुतिन पर लगातार दबाव डाल रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालते ही साफ कर दिया था कि अगर व्लादिमीर पुतिन ने जंग को खत्म नहीं किया, तो वह रूस पर प्रतिबंध के साथ टैरिफ लगा देंगे.
बातचीत के जरिए खत्म नहीं हो सकता युद्ध
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस समय देश में बढ़ती महंगाई को लेकर टेंशन में हैं. हाल में रूस में लोगों की कमी और इन्फ्लेशन (मुद्रास्फीति) से निपटने के लिए हाई ब्याज दर लागू किए गए हैं. इसके कारण देश में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है.
साथ ही यूक्रेन के साथ युद्ध में रूस की सरकार को काफी ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ रहा है. दूसरी ओर अमेरिका की सत्ता में लौटते ही डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति को धमकी देते हुए कह दिया है कि अगर उन्होंने युद्ध नहीं रोका, तो वह रूस पर टैरिफ और प्रतिबंध लगाएंगे. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने जानकारों के हवाले से बताया कि रूस के बड़े नेता यह मान रहे हैं कि युद्ध बातचीत के जरिए खत्म नहीं हो सकता है.
रक्षा क्षेत्र के खर्च में हो रही बढ़ोतरी बनेगी मुसीबत
साथ ही बताया जा रहा है कि व्लादिमीर पुतिन का युद्ध रोकने पर बात न करना रूस के लिए मुसीबत को बुलावा दे सकता है, जिसमें अधिक टैरिफ और प्रतिबंध शामिल है. सेंट्रल बैंक ऑफ रशिया के पूर्व उपाध्यक्ष ओलेग व्यूगिन ने भी एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया था.
उन्होंने कहा था कि इस संघर्ष को खत्म करने के लिए रूस बातचीत करने में रुचि रखता है, क्योंकि रूस की ओर से सैन्य और रक्षा क्षेत्र के खर्च में हो रही बढ़ोतरी की वजह से मुश्किल सामने आ सकती है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव से जब इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि समस्याएं तो हैं, लेकिन दुर्भाग्य से इस तरह की समस्याएं अब दुनिया के लगभग सभी देशों की साथी बन गई हैं. हालांकि स्थिति स्थिर मानी जा रही है और सुरक्षा की गुंजाइश है.
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युद्ध शुरू होने के बाद रूस पर लगे थे प्रतिबंध
दूसरी ओर डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकारों ने भी उनके बयान को वापस ले लिया है, जिसमें वह कह रहे थे कि रूस-यूक्रेन की बीच जारी युद्ध वह एक दिन में रोक सकते हैं. डोनाल्ड ट्रंप से पहले जो बाइडेन प्रशासन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा था कि रूस पर प्रतिबंध लगाकर ही डोनाल्ड ट्रंप बातचीत कर सकते हैं. हालांकि, कई मौकों पर व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस जब तक चाहे लड़ सकता है और रूस अपने राष्ट्रीय हितों के लिए किसी भी शक्ति के सामने कभी नहीं झुकेगा.
Vladimir Putin has just updated his nuclear doctrine that will allow them to send nuclear weapons toward NATO countries including America after Ukraine launched US long Rane missiles at #Russia. Theis means WWIII. I will END this war on day one as President! pic.twitter.com/YkJGt2yKXQ
— President Donald J. Trump – Parody (@realDonParody) November 19, 2024
गौरतलब है कि साल 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद रूस पर अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों की ओर से कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे, फिर भी साल 2022 से लेकर अभी तक रूस की अर्थव्यवस्था गिरने के बजाए ऊपर ही उठी है. रूस की 2.2 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और GDP 2023 और 2024 में यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ी है. हालांकि, ताजा अनुमानों के मुताबिक इस वर्ष रूस की अर्थव्यवस्था कमजोर पड़ सकती है.
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