Russia-Ukraine War: पश्चिमी देशों की लगातार चेतावनी और प्रतिबंधों की धमकी के बावजूद ईरान ने रूस को फतह 360 मिसाइलों की बड़ी खेप भेजी है. ऐसे में दोनों विदेश मंत्रियों का दौरा अहम है.
Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन के बीच बीते 929 दिनों से जंग जारी है. इस बीच संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और ब्रिटेन (UK) विदेश मंत्री डेविड लैमी अचानक यूक्रेन पहुंचे हैं. एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) और डेविड लैमी (David Lammy) पोलैंड के शहर प्रजेमिस्ल से रेल मार्ग से यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि एंटनी ब्लिंकन और डेविड लैमी यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) से मिलकर यूक्रेन को और अधिक हथियार भेजने के साथ-साथ रूस की सीमा के अंदर उन हथियारों के इस्तेमाल पर लगे प्रतिबंधों को हटाने पर चर्चा कर सकते हैं. बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से कई बार अनुरोध किया है कि उन्हें रूस के अंदर लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग करने दिया जाए.
यह एक बहुत ही चिंताजनक घटनाक्रम- पेंटागन
वहीं, दूसरी ओर सोमवार को अमेरिका के प्रतिरक्षा विभाग के मुख्यालय Pentagon ने बड़ा खुलासा किया था. पेंटागन के प्रेस सचिव एयर फोर्स मेजर जनरल पैट राइडर ने बताया कि ईरान ने फतह-360 (Fath 360) कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों की एक खेप रूस को भेजी है. पेंटागन ने कहा कि हमारा आकलन है कि वह इनका इस्तेमाल कुछ हफ्तों के भीतर यूक्रेन के खिलाफ कर सकता है. इससे और भी अधिक यूक्रेनी नागरिकों की मौत हो सकती है. पेंटागन ने कहा था कि यह एक बहुत ही चिंताजनक घटनाक्रम है. ईरान और रूस के बीच यह साझेदारी यूरोपीय सुरक्षा के लिए खतरा है और ईरान का अस्थिर करने वाला प्रभाव मिडिल-ईस्ट से पूरी दुनिया भर में पहुंच रहा है. पेंटागन की ओर से कहा गया कि रूस जरूरी टेक्नोलॉजी ईरान को भेज रहा है. ऐसे में मिडिल-ईस्ट और यूरोप अपने सहयोगियों और साझेदारों के साथ इन घटनाक्रमों पर नजर रखना जारी रखेंगे और यूक्रेन के लोगों के लिए इन मिसाइल प्रणालियों से पैदा होने वाले खतरे से यूक्रेन की रक्षा के लिए अपने समर्थन में दृढ़ रहेंगे.
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बयान के जारी होने के दो दिन बाद पहुंचे विदेश मंत्री
बता दें कि पश्चिमी देशों की लगातार चेतावनी और प्रतिबंधों की धमकी के बावजूद ईरान ने रूस को फतह 360 मिसाइलों की बड़ी खेप भेजी है. ऐसे में पेंटागन की ओर से यह भी बताया गया कि ईरान जैसे देश जो चाहते हैं. रूस उन्हें दे रहा है. रूस उन्हें परमाणु कार्यक्रम, अंतरिक्ष और अन्य तकनीकी क्षमताओं से संबंधित जानकारी साझा कर रहा है. अगर ईरान रूस को इस तरह की मिसाइलें मुहैया करा रहा है तो यह बहुत संभव है कि यह एक बार का सौदा न हो. यह क्षमता का एक स्रोत होगा जिसका रूस भविष्य में दोहन करना चाहेगा. उन्होंने यह भी बताया कि यूक्रेन के मामले में एयर डिफेंस एक ऐसी चीज है जिस पर हम लंबे समय से बहुत ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. हम कम दूरी की मिसाइल के साथ-साथ लंबी दूरी की मिसाइल खतरों से निपटने के लिए कई प्रकार की प्रणालियां उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहे हैं. इस बयान के जारी होने के दो दिन बाद ही अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी अचानक यूक्रेन पहुंचे हैं.
क्या है Fath-360 मिसाइल?
- फतह-360 को SRBM-120 मिसाइल के नाम से भी जाना जाता है
- अपने सटीक निशाने के लिए जानी जाती हैं यह मिसाइल
- फतह-360 को हवा में ट्रेस करना मुश्किल
- ईरान की ओर से निर्मित यह मिसाइल छोटी और हल्की है
- ट्रक पर इन्स्टाल्ड लांचरों से दागे जा सकते हैं फतह-360 मिसाइल
- 19 से 75 मील के बीच है मारक क्षमता
- 787 किलोग्राम के आस-पास होता है एक मिसाइल का वजन
- मैक 3 यानी 2,300 मील प्रति घंटे (ध्वनि की स्पीड से तीन गुना) की गति से दागी जाती है मिसाइल
बता दें कि फतह-360 दागने के बाद उपग्रहों से अटैच हो जाती हैं. ऐसे में वह मैक 4 यानी 3,069 मील प्रति घंटे की रफ्तार से लक्ष्य को भेद सकती हैं. कई डिफेंस से जुड़े सूत्रों का मानना है कि ईरानी रूस की ग्लोनास उपग्रह नेविगेशन प्रणाली का उपयोग कर रहे हैं. ऐसे में फतह-360 को घातक बनाने के लिए ग्लोनास उपग्रह नेविगेशन प्रणाली का विकल्प मिल सकता है.
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