Philippines-China Row: फरवरी महीने में फिलीपीन्स के सैनिक अमेरिकी सैनिकों से टाइफॉन मिसाइल सिस्टम का प्रशिक्षण लेंगे, जिससे चीन डरता है.
Philippines-China Row: दक्षिण चीन सागर में चीन की दादागिरी को खत्म करने के लिए अमेरिका ने नया प्लान बनाया है. इसके लिए अमेरिका ने फिलीपीन्स को चुना है. फरवरी के महीने में फिलीपीन्स के सैनिक अमेरिकी सैनिकों से उस मिसाइल सिस्टम का प्रशिक्षण लेंगे, जिससे चीन डरता है. दरअसल, फिलीपीन्स के सैनिक अमेरिकी सेना की मध्यम दूरी की टाइफॉन मिसाइल सिस्टम को चलाना सीखेंगे.
फिलीपीन्स में लंबे समय से तैनात है मिसाइल सिस्टम
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक फरवरी के दूसरे या तीसरे हफ्ते में फिलीपीन्स के सैनिक अमेरिकी सेना के साथ ‘बालिकातन’ यानि ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ सैन्य अभ्यास में शामिल होंगे. इसी दौरान वह टाइफॉन मिसाइल सिस्टम को चलाना सीखेंगे. बता दें कि टायफॉन मिसाइल सिस्टम को अमेरिका ने फिलीपीन्स में लंबे समय से तैनात किया है.
इससे चीन काफी नाराज रहता है और बार-बार इसे वापस बुलाने की मांग करता है. बता दें कुछ दिनों पहले जानकारी सामने आई थी कि फिलीपीन्स में तैनात अमेरिकी सेना ने लांचरों को हटा दिया है. हालांकि, यह अब जानकारी सामने आई है कि अमेरिकी सेना ने इसे फिलीपीन्स के किसी अज्ञात स्थान पर तैनात है. फिलीपीन्स के सेना प्रमुख ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है. सैन्य अभ्यास में पेलोड डिलीवरी सिस्टम का प्रशिक्षण दिया जाएगा. हालांकि, इस दौरान लाइव-फायर अभ्यास शामिल नहीं होगा.
टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों से लैस है सिस्टम
बता दें कि टाइफॉन मिसाइल सिस्टम में टॉमहॉक क्रूज मिसाइल और SM यानि स्टैंडर्ड मिसाइल-6 को तैनात किया गया है. ऐसे में यह मिसाइल सिस्टम फिलीपीन्स की धरती से ही चीन और रूस को दहला सकती हैं. टाइफॉन मिसाइल सिस्टम जमीन से लॉन्च की जाने वाली मिसाइल सिस्टम है. इस सिस्टम का अमेरिकी सेना की ओर से लंबी दूरी की स्ट्राइक में किया जाता है.
यह भी पढ़ें: चीन के AI ने US में किया कांड! 500 अमीर लोगों ने गंवा दिए अरबों रुपये, जानें क्या है DeepSeek
टाइफॉन मिसाइल सिस्टम की खूबियां
- सतह से सतह पर मार करने के लिए डिजाइन.
- जमीन से लॉन्च किया जाता है.
- अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन की ओर से निर्मित.
- इससे कई तरह की मिसाइलें दागी जा सकती हैं.
- इसमें SM-6 और टॉमहॉक क्रूज मिसाइल को फिट किया गया है.
- SM-6 मिसाइल 500 किमी तक किसी भी लक्ष्य को भेद सकती है.
- टॉमहॉक मिसाइल 2,500 किमी तक की क्रूज मिसाइल है.
- टायफॉन मिसाइल सिस्टम में चार लांचर, एक कमांड पोस्ट और फिर से लोड करने वाले वाहन शामिल.
हाल में किया गया टॉमहॉक मिसाइल का उपयोग
बता दें कि अमेरिका और मित्र देशों की सेनाओं ने GPS से लैस टॉमहॉक मिसाइल का 550 से ज्यादा बार परीक्षण किया है. इसे 2,350 से ज्यादा बार ऑपरेशनल माहौल में भी इस्तेमाल किया गया है. इसका सबसे हालिया इस्तेमाल पिछले साल किया गया था. इस दौरान अमेरिका और ब्रिटेन की नौसेनाओं ने यमन में हूती विद्रोही ठिकानों पर टॉमहॉक मिसाइल दागी थी.
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार ट्रंप से की बात, जानें किन मुद्दों पर हुई चर्चा
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram