Home International अपने ही नागरिकों को जेल भेजने पर अड़ा पाकिस्तान, जानें क्यों 25 लोगों को दी 10 साल तक की सजा

अपने ही नागरिकों को जेल भेजने पर अड़ा पाकिस्तान, जानें क्यों 25 लोगों को दी 10 साल तक की सजा

by Divyansh Sharma
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Pakistan Military Courts: यह मामला पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भड़के दंगों और सेना की संपत्तियों पर हमले से जुड़ा है.

Pakistan Military Courts: पाकिस्तान से बहुत बड़ी जानकारी सामने आ रही है. पाकिस्तान ने अपने 25 नागरिकों को दो से लेकर 10 साल तक की जेल की सजा सुनाई है. इनमें से 14 लोगों को 10 साल की कठोर कारावास की सजा दी गई है. यह मामला एक साल पहले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और PTI यानी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भड़के दंगों और सेना की संपत्तियों पर हमले से जुड़ा है.

जिन्ना हाउस पर भी हमला करने का आरोप

पाकिस्तान की सैन्य अदालतों ने शनिवार को सजा का एलान किया. दरअसल, पिछले साल 14 मई को पाकिस्तान में तख्तापलट हुआ था. इसके बाद उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी हो गया. गिरफ्तारी को लेकर 9 मई को पाकिस्तान के कई इलाकों में दंगे भड़क गए.

इस दौरान आरोप लगाया गया कि इमरान खान के समर्थकों ने जिन्ना हाउस (लाहौर कोर कमांडर हाउस), फैसलाबाद में ISI बिल्डिंग, रावलपिंडी स्थित सेना के मुख्यालय और मियांवाली एयरबेस समेत एक दर्जन सेना के ठिकानों पर जानबूझकर कर हमला किया और भारी नुकसान भी किया. इस मामले को लेकर पूरे देश में छापेमारी की गई और सौ से ज्यादा PTI समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया. इससे जुड़े करीब 103 मामले भी दर्ज किए गए. अब इस मामले में पाकिस्तान की सैन्य अदालतों ने 25 लोगों को सजा सुनाई है.

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14 लोगों को 10 साल की कठोर कारावास

इनमें से 14 लोगों को 10 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है. वहीं, 11 लोगों को दो से लेकर 9 साल तक के बीच में सजा सुनाई गई है. सैना की ओर से जारी बयान में बताया गया कि लोगों ने 9 मई को कई स्थानों पर राजनीतिक रूप से उकसावे वाली हिंसा और आगजनी की दुखद घटनाओं को देखा. यह पाकिस्तान के इतिहास में एक काला अध्याय है. नफरती और झूठ बयानों के आधार पर सैन्य प्रतिष्ठानों और शहीदों के स्मारकों पर राजनीतिक रूप से सुनियोजित हमले किए गए.

साथ ही कहा गया कि हिंसा के इन जघन्य कांड ने न केवल राष्ट्र को झकझोरा, बल्कि हिंसा और जबरदस्ती के माध्यम से राजनीतिक आतंक के अस्वीकार्य काम को भी किया. सेना की ओर से यह भी कहा गया कि बाकी बचे आरोपियों की सजा की घोषणा भी की जा रही है और उचित प्रक्रिया पूरी होने पर जल्द ही इसकी भी घोषणा कर दी जाएगी.

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