Donald Trump News : विंस्टन चर्चिल के भाषण में ब्रिटेन द्वारा एडोल्फ हिटलर के साथ म्यूनिख समझौते पर हस्ताक्षर करने की निंदा की गई जिसके कारण जर्मनी को चेकोस्लोवाकिया के कुछ हिस्से पर कब्ज़ा करने की अनुमति मिली थी.
Donald Trump News : दुनिया के सबसे ताकतवर नेता डोनाल्ड ट्रंप का प्रभाव सिर्फ अमेरिकी राजनीति तक सीमित नहीं है बल्कि दुनिया के अन्य देशों की पॉलिटिकल एक्टिविटी पर भी बहुत है. यह सिद्ध उस बात से होता है जब यूनाइटेड किंगडम में न्यूजीलैंड के सबसे वरिष्ठ राजदूत को इस हफ्ते लंदन में एक कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पर टिप्पणी करने पर अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा. बता दें कि लंदन में बात यहां से शुरू हुई कि न्यूजीलैंड के वरिष्ठ राजदूत फिल गॉफ (Phil Gough) ने फिनलैंड की विदेश मंत्री एलिना वाल्टोनन से एक प्रश्न पूछा, जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि 1938 में पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल एक प्रसिद्ध भाषण को फिर से पढ़ रहे थे जब चर्चिल प्रधान मंत्री नेविल चेम्बरलेन की सरकार में एक सांसद थे.
चेकोस्लोवाकिया पर किया कब्जा
मामला यह है कि विंस्टन चर्चिल के भाषण में ब्रिटेन द्वारा एडोल्फ हिटलर (Adolf Hitler) के साथ म्यूनिख समझौते पर हस्ताक्षर करने की निंदा की गई जिसके कारण जर्मनी को चेकोस्लोवाकिया के कुछ हिस्से पर कब्जा करने की अनुमति मिली थी. वहीं, राजदूत गॉफ ने चर्चिल द्वारा चेम्बरलेन से कही गई बात को उद्धृत किया कि आपके पास युद्ध और अपमान के बीच विकल्प था. फिर आपने अपमान चुना और इसके बदले में आपको युद्ध ही मिलेगा. इसके बाद गॉफ ने वाल्टोनन से पूछा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने ओवल ऑफिस में चर्चिल की प्रतिमा को एक बार फिर से बहाल कर दिया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या आपको लगता है कि वह वास्तव में इतिहास को समझते हैं? इसके बाद न्यूजीलैंड के राजदूत के सवाल पर दर्शक तेज-तेज हंसने लगे. इसका जवाब देते हुए वाल्टोनन ने कहा कि वह अपने आपको यह कहने तक सीमित रखूंगी कि चर्चिल ने बहुत ही कालातीत टिप्पणियां की थी.
गॉफ की टिप्पणी को बताया निराशाजनक
वहीं, पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स ने कहा कि गॉफ की टिप्पणी बहुत निराशाजनक थी और यह उनको काफी अस्थिर बनाने का काम करती है. पीटर्स ने एक लिखित बयान में कहा कि हमने विदेश मामलों और व्यापार के लिए सचिव बेडे कॉरी से कहा है कि वे लंदन में न्यूजीलैंड उच्चायोग में आगामी नेतृत्व परिवर्तन पर गॉफ के साथ मिलकर काम करें. पूर्व प्रधान मंत्री हेलेन क्लार्क ने गॉफ की बर्खास्तगी की कड़ी निंदा की है. उन्होंने लिखा कि यह प्रकरण एक ‘अत्यधिक सम्मानित’ पूर्व विदेश मंत्री को उनकी राजनयिक भूमिका से हटाने के लिए बहुत कमजोर बहाना था.
यह भी पढ़ें- Tariff War में सिर्फ अमेरिका का नुकसान, भारत के पास हैं कई विकल्प, जानें क्या पड़ेगा असर