Kuwait Building Fire Tragedy 2024 : कुवैत में बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने की जांच जारी है. प्राथमिक जांच में इसमें बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. इस बीच केंद्रीय मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह कुवैत पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया.
Kuwait Fire Tragedy 2024 : कुवैत के मंगाफ शहर में एक बहुमंजिला इमारत में बुधवार को आग लगने से 40 से अधिक भारतीयों की दर्दनाक मौत हो गई. आग की इस घटना के बारे में कुवैती अधिकारियों की मानें तो कुल 49 विदेशी श्रमिकों ने जान गंवाई है और 50 अन्य घायल हुए हैं. इस बीच अधिकारियों ने खाड़ी देश में आग की सबसे भीषण घटनाओं में से एक की जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि किचन में आग लगने के बाद पूरी इमारत में धुआं फैल गया. इसके बाद काले और बदबूदार धुएं से लोगों की सांसें उखड़ने लगीं. चंद मिनटों में 49 लोग लाश में तब्दील हो गए. बताया जा रहा है कि ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से हुई.
परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता देगी केरल सरकार
केरल सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह कुवैत में आग लगने की घटना में मारे गए राज्य के लोगों के परिवारों को 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की अध्यक्षता में गुरुवार सुबह हुई कैबिनेट की आपातकालीन बैठक में यह निर्णय लिया गया. सरकार को मिली जानकारी के अनुसार, इस हादसे में केरल के 19 लोगों की मौत हुई है. उधर, सरकारी बयान में यह भी कहा गया है कि वित्तीय सहायता NORKA के माध्यम से प्रदान की जाएगी.
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
घटनाक्रम के मुताबिक, बुधवार (12 जून, 2024) की सुबह अहमदी प्रांत के मंगाफ में 195 प्रवासी श्रमिकों के आवास वाली 7 मंजिला इमारत की रसोई में आग लग गई. आग सुबह 4 बजे के बाद लगी. इस दौरान करीब 200 श्रमिक सो रहे थे. आंतरिक मंत्रालय और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इमारत में आग लगने के कारण काले धुएं के घने बादल छा गए, जिसके कारण ज्यादार पीड़ितों का दम घुट गया. वहीं, इस घटना से नाराज लोगों ने रियल एस्टेट मकान मालिकों और कंपनी मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. कहा जा रहा है कि लागत कम करने के लिए अत्यधिक असुरक्षित परिस्थितियों में बड़ी संख्या में विदेशी श्रमिकों को रखने के लिए कानून का उल्लंघन किया जाता है. यहां पर भी ऐसा ही किया गया.
हेल्पलाइन से ले सकते हैं जानकारी
हादसे के बाद से कुवैत में भारतीय दूतावास प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है. दूतावास ने बुधवार को ही परिवार के सदस्यों से संपर्क करने के लिए +965-65505246 (व्हाट्सएप और नियमित कॉल) हेल्पलाइन स्थापित कर दी है. हेल्पलाइन के माध्यम से नियमित अपडेट भी प्रदान किए जा रहे हैं.
कुवैत सरकार ने जताया अफसोस
उधर, कुवैत के अमीर शेख मिशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरा दुख और सहानुभूति व्यक्त की. उन्होंने आग लगने के कारणों की तत्काल जांच करने तथा जिम्मेदार लोगों को सजा देने का आदेश भी दिया. वहीं, क्राउन प्रिंस शेख सबाह अल-खालिद अल-हमद अल-सबाह और प्रधानमंत्री शेख अहमद अल-अब्दुल्ला अल-सबाह ने भी पीड़ितों के रिश्तेदारों को शोक संदेश भेजे हैं.
आरोपियों को गिरफ्तार करने का आदेश
वहीं, कुवैत के उपप्रधानमंत्री, रक्षा और आंतरिक मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबाह ने इमारत के कुवैती मकान मालिक और इमारत के मिस्र के गार्ड को गिरफ्तार करने का आदेश दिया और अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे उनकी अनुमति के बिना उन्हें रिहा न करें. उन्होंने कहा कि अधिकारी गुरुवार से इमारतों में प्रवासी श्रमिकों की भीड़भाड़ और सुरक्षा शर्तों का पालन न करने के मुद्दे का अध्ययन करना भी शुरू कर देंगे.
आखिर क्यों मारे गए इतने ज्यादा लोग?
कुवैत अग्निशमन विभाग में जांच के प्रमुख कर्नल सईद अल-मौसावी ने कहा कि आग के कारणों की जांच करने वाली टीम ने प्राथमिक जांच में पाया कि अपार्टमेंट और कमरों के बीच विभाजन के रूप में एक ज्वलनशील पदार्थ का इस्तेमाल किया गया था, जिसके कारण धुएं के काले बादल उठे. उन्होंने यह भी कहा कि कई पीड़ित सीढ़ियों से नीचे भागने की कोशिश करते समय दम घुटने से मारे गए.