Iran Nuclear Weapons: रूस ने चीन के साथ होने वाली बैठक में दोनों देश के उप विदेश मंत्री शामिल होंगे. माना जा रहा है कि इसमें ईरान के भी प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं.
Iran Nuclear Weapons: ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रमों से दुनिया को हैरान कर दिया है. ईरान के पास परमाणु हथियार बनाने लायक यूरेनियम का भंडार जमा हो गया है. ऐसे में अमेरिका और इजराइल समेत कई देश टेंशन में आ गए हैं. इस मुद्दे पर चीन ने रूस के साथ बहुत बड़ी बैठक बुलाई है. चीन ने रूस के साथ होने वाली इस बैठक में दोनों देश के उप विदेश मंत्री शामिल होंगे. माना जा रहा है कि इसमें ईरान के भी प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं.
14 फरवरी को आयोजित होगी बैठक
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने बुधवार को एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ईरान के परमाणु मुद्दे पर 14 फरवरी को चीन में बैठक आयोजित की जाएगी. चीन के उप विदेश मंत्री मा झाओक्सू बैठक की अध्यक्षता करेंगे और रूस की ओर से उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव शामिल होंगे.
माना जा रहा है कि इसमें ईरान के उप विदेश मंत्री भी शामिल हो सकते हैं. यह बैठक उसी दिन न्यूयॉर्क में UNSC यानि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बंद कमरे में बैठक के बाद होगी, जिसमें ईरान की ओर से अपने यूरेनियम भंडार को बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी. दरअसल, साल 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से रूस और ईरान के संबंध और भी गहरे हो गए हैं.
इसी साल की शुरुआत में ईरान और रूस ने रणनीतिक सहयोग संधि पर साइन भी किए हैं. इसके अलावा रूस और ईरान के चीन से भी संबंध अच्छे हैं. ऐसे में यह बैठक बहुत जरूरी मानी जा रही है. कुछ दिनों पहले ही रूस ने कहा था कि उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम सेके लिए ईरानी राजदूत काजम जलाली के साथ अंतरराष्ट्रीय प्रयासों पर चर्चा की थी.
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6 परमाणु हथियार बना सकता है ईरान
दरअसल, कुछ समय पहले यह जानकारी सामने आई थी कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम से निपटने के लिए रूस अमेरिका की मदद करने के लिए तैयार है. बता दें कि साल 2015 में ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी, रूस और अमेरिका के साथ एक समझौता किया था. इस बैठक में तय हुआ था कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अंकुश लगाने के बदले में उस पर लगे प्रतिबंध हटा लिए जाएंगे.
इसके बाद साल 2018 में डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में अमेरिका इस समझौते से बाहर हो गया और ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रमों को फिर से शुरू कर दिया. चीन और रूस ईरान के परमाणु कार्यक्रमों का समर्थन करते हैं. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था IAEA ने बहुत बड़ी चेतावनी जारी की थी.
IAEA के मुताबिक ईरान यूरेनियम के संवर्धन को नाटकीय रूप से बढ़ाकर 60 फीसदी शुद्धता तक ले जा रहा है. यह हथियार-ग्रेड स्तर के लगभग 90 फीसदी के करीब है. साथ ही ईरान 100 फीसदी पहुंचने पर कम से कम 6 परमाणु हथियार बना सकता है. ऐसे में अमेरिका और इजराइल समेत कई देशों की चिंता बढ़ती ही जा रही है.
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