Major Radhika Sen: कांगो में संयुक्त राष्ट्र मिशन में सेवा देने वाली भारतीय महिला शांति रक्षक मेजर राधिका सेन को प्रतिष्ठित सैन्य लिंग अधिवक्ता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उन्हें ‘सच्चा’ बताया है.
28 May 2024
UN Military Gender Advocate of the Year Award: राधिका सेन सुंदरनगर क्षेत्र के भड़ोह की रहने वाली हैं. हालही में उन्हें भारतीय सेना में लैफ्टिनैंट पद पर नियुक्त किया गया है. राधिका की माता निर्मल सेन भौतिक शास्त्र की प्रवक्ता हैं और उनके पिता ओंकार सेन हमीरपुर के राजकीय पॉलीटैक्नीक में प्रिंसीपल के तौर पर कार्यरत हैं. राधिका सेन के दादा रूप सिंह सेन पहले भारतीय सेना में कैप्टन रहे, फिर होमगार्ड में कमांडैंट पद पर कार्यरत रहे.
देशभक्ति के जज्बे से बनी सैनिक
भारतीय सेना की लैफ्टिनैंट राधिका सेन ने 10वीं की शिक्षा सुंदरनगर के सेंट मैरी स्कूल में की थी. फिर उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से बीटैक की पढ़ाई की. इसके बाद राधिका ने आईआईटी मुंबई से एमटैक की पढ़ाई के दौरान एसएसबी की परीक्षा उत्तीर्ण की. देशभक्ति के उनके जज्बे को देखते हुए वो सैनिक अधिकारी बन गईं. अपनी सफलता का श्रेय राधिका ने अपने माता-पिता से मिले संस्कारों और शिक्षकों के उचित मार्गदर्शन को दिया.
सैन्य लिंग अधिवक्ता पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित
कांगो में संयुक्त राष्ट्र मिशन में सेवा देने वाली भारतीय महिला शांति रक्षक मेजर राधिका सेन को प्रतिष्ठित सैन्य लिंग अधिवक्ता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उन्हें ‘सच्चा’ बताया है. नेता और रोल मॉडल.’ कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (मोनुस्को) में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन के साथ काम करने वाले मेजर सेन को यहां विश्व निकाय के मुख्यालय में एक समारोह के दौरान गुटेरेस से प्रतिष्ठित ‘2023 संयुक्त राष्ट्र सैन्य लिंग अधिवक्ता वर्ष पुरस्कार’ प्राप्त होगा. 30 मई को संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है.
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