India Bangladesh Border Row: भारत में आतंक और मानवाधिकार उल्लंघन जैसे कई मुद्दे आम हैं. भारत इस तरह की गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए बाड़ेबंदी कर रहा.
India Bangladesh Border Row: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत-बांग्लादेश की सीमा पर बाड़ को लेकर एक दिन पहले भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया था. अब भारत सरकार ने भी सोमवार को बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त को तलब कर फटकार लगाई है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि दोनों देशों के बीच बाड़ेबंदी को लेकर विवाद की स्थिति क्यों बनती जा रही है.
4096.7 किमी लंबी है दोनों देशों के बीच की सीमा
एक दिन पहले बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब कर बाड़ लगाने पर नाराजगी व्यक्त की. इसके बाद भारत सरकार ने भी बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त नूरल इस्लाम को दोनों देशों के बीच बढ़ते सीमा तनाव के बारे में तलब किया और फटकार भी लगाई. दरअसल, भारत सात पड़ोसी देशों के साथ अपनी सीमाएं साझा करता है. इसमें सबसे बड़ी सीमा बांग्लादेश के साथ है, जो 4096.7 किलोमीटर लंबी है. यह दुनिया में पांचवीं सबसे लंबी सीमा है.
भारतीय गृह मंत्रालय के अनुसार बांग्लादेश की सीमा पांच राज्यों यानी पश्चिम बंगाल (2216.70KM), असम (263 KM), मेघालय (443 KM), त्रिपुरा (856 KM) और मिजोरम (318 KM) से हो कर गुजरती है. यह पूरा इलाका मैदानी, नदी-तटीय, पहाड़ी और जंगलों से भरा हुआ है. साथ ही यहां पर बड़ी संख्या में लोग भी रहते हैं. सीमा पर तस्करी, अवैध अप्रवास, हथियारों की तस्करी, नकली नोटों का कारोबार, सीमा पार से भारत में आतंक और मानवाधिकार उल्लंघन जैसे कई मुद्दे आम हैं. भारत इस तरह की गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए बाड़ेबंदी कर रहा है.
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अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए हो रही फेंसिंग
बांग्लादेशी डेली स्टार न्यूज ने विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन के हवाले से बताया कि कांटेदार तार की बाड़ का निर्माण दोनों देशों के बीच सहयोग और मैत्रीपूर्ण संबंधों की भावना को कमजोर करता है. बांग्लादेश के सचिवालय में उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की आजादी के बाद से दोनों देशों के बीच चार सीमा-संबंधी समझौता हुए हैं. इसमें साल 1974 का भूमि सीमा समझौता, 1975 का सीमा मैनेजमेंट, 2011 का भूमि सीमा समझौता प्रोटोकॉल और 2011 का सीमा प्रबंधन योजना शामिल हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि 1975 के समझौते के तहत 150 गज के भीतर निर्माण करना अवैध है. साथ ही जशीम उद्दीन ने दावा किया कि कुल पांच जगहों पर भारत सरकार ने 4096 में से 3271 किलोमीटर सीमा की बाडेबंदी कर दी है. लगभग 885 किलोमीटर खुली सीमा ही बची है. जहांगीर आलम ने पिछली अवामी लीग सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने समझौते के तहत भारत को ज्यादा छूट दी. इसके कारण अब 160 स्थानों पर कांटेदार तार की बाड़ लगाने को लेकर विवाद पैदा हो गया है.
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