Gautam Adani : गौतम अदाणी के भतीजे सागर अदाणी (Sagar Adani), अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के अधिकारी और एज़्योर पावर ग्लोबल लिमिटेड के कार्यकारी सिरिल काबेनेस के खिलाफ भी आरोप लगाए गए हैं.
Gautam Adani : अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (US Securities and Exchange Commission) ने अडाणी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष गौतम अडाणी (Gautam Adani) पर अमेरिकी निवेशकों को धोखा देने और सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप लगाया है. इस मामले में अदाणी के भतीजे सागर अदाणी, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के अधिकारी और एज़्योर पावर ग्लोबल लिमिटेड के कार्यकारी सिरिल काबेनेस के खिलाफ भी आरोप लगाए गए हैं.
एसईसी ने बुधवार को इन व्यक्तियों पर सिक्योरिटीज और वायर धोखाधड़ी करने की साजिश रचने और सब्सटैंटिव सिक्योरिटीज धोखाधड़ी का आरोप लगाया. इन आरोपों का संबंध एक अरबों डॉलर की योजना से है. आरोप है कि अमेरिकी निवेशकों और वैश्विक वित्तीय संस्थाओं से गलत और भ्रामक बयान देकर पैसा जुटाया गया.
एसईसी ने आरोप लगाया कि ये रिश्वत देने की योजना अडाणी ग्रीन और एज़्योर पावर को भारत सरकार के दिए गए अरबों डॉलर के सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट का लाभ उठाने के लिए बनाई गई थी.
एसईसी की शिकायत में कहा गया कि ये लोग फेडरल सिक्योरिटीज कानूनों के एंटी-फ्रॉड प्रावधानों का उल्लंघन कर रहे थे. एसईसी के बयान के अनुसार इस योजना के दौरान अडाणी ग्रीन ने अमेरिकी निवेशकों से 175 मिलियन डॉलर (करीब 1,450 करोड़ रुपये) से ज्यादा जुटाए. एज़्योर पावर का शेयर न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड हो रहा था.
न्यूयॉर्क के पूर्वी जिला अटॉर्नी ऑफिस ने गौतम अडाणी , सागर अडाणी, काबेनेस और अडाणी ग्रीन और एज़्योर पावर से जुड़े दूसरे लोगों के खिलाफ आपराधिक आरोप भी दायर किए हैं. इन आरोपों में विदेशी भ्रष्टाचार प्रथाएं अधिनियम (एफसीपीए ) का उल्लंघन करते हुए रिश्वत देने की साजिश शामिल है.
अधिकारियों का कहना है कि 2020 और 2024 के बीच अडाणी और उनके सहयोगियों ने भारतीय सरकारी अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर (करीब 20.75 अरब रुपये) से ज्यादा की रिश्वत दी. रिश्वत देने का मकसद सौर ऊर्जा परियोजनाओं को हासिल करना था. इससे अगले 20 वर्षों में दो अरब डॉलर से ज्यादा का लाभ होने की संभावना है.
अडाणी और उनके सहयोगियों पर निवेशकों को धोखा देने के आरोप लगाए हैं. इसके अलावा, आरोप है कि उन्होंने जांच में रुकावट डालने की कोशिश की. एफबीआई के सहायक निदेशक जेम्स डेनन्ही ने कहा कि आरोपियों ने न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने की कोशिश की है.
बता दें कि ये मामला अब अमेरिका में एक बड़े कॉर्पोरेट धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का मामला बन गया है. इसमें भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने और अमेरिकी निवेशकों को धोखा देने के आरोप हैं.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक गौतम अडाणी और सागर अडाणी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है.