Monsoon 2024: देश भर में मॉनसून की दस्तक के बाद कई राज्यों में भारी बारिश से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं.
04 July, 2024
Monsoon 2024: देश भर में मॉनसून ने दस्तक दे दी है. देश की राजधानी दिल्ली सहित पूरे भारत में झमाझम बारिश का दौर जारी है. बुधवार दोपहर से लेकर दिल्ली-एनसीआर में रिमझिम बारिश से मौसम सुहावना बना हुआ है. वहीं, देश के कई मैदानी इलाके भारी बारिश की वजह से पानी में डूब गए हैं. भारी बारिश की वजह से मेघालय राज्य में स्थित गारो हिल्स के मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इलाके की सभी अहम नदियों में पानी का जल स्तर खतरे के निशान के ऊपर बह रहा है.
देश के मैदानी इलाकों में बाढ़ की स्थिति
मेघालय राज्य के टिकरीकिल्ला, चिबिनंग, फुलबारी, राजाबाला, हालिडयगंज और महेंद्रगंज जैसे मैदानी इलाकों में मॉनसून की दस्तक के बाद भारी बारिश का दौर जारी है. कुछ दिनों से मैदानी इलाकों में बारिश होने से लगातार पानी बढ़ता जा रहा है. कई निचले इलाके पहले ही पानी में डूब चुके हैं और कई इलाके पानी से घिरे हुए हैं. राज्य के लोगों ने मुख्यमंत्री कोनराड संगमा को पत्र लिखकर मदद की गुजारिश की है.
मणिपुर में भी बाढ़ जैसे हालात
वहीं, मणिपुर में भारी बारिश के बाद कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. राज्य सरकार लगातार राहत और बचाव का काम जोरों से चला रही है. करीब 20 राहत शिविर बनाए गए हैं. सेना, असम राइफल्स, पुलिस, मणिपुर दमकल सेवा के साथ NDRF, SDRF और स्वयंसेवक नावों से बाढ़ प्रभावितों को उचित स्थान पर ले जा रहे हैं. साथ ही उन्हें पानी की बोतलें और खाने के पैकेट बांटे जा रहे हैं.
लगातार बारिश के बाद मणिपुर के इंफाल वेस्ट और इंफाल ईस्ट जिलों में कई जगहों पर बाढ़ आ गई है. राज्य की 3 बड़ी नदियों सेनापति, इंफाल और कोंगबा में बाढ़ की वजह से 2 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है. सेनापति नदी में 2 लोगों के डूबने की खबर भी मिली है. इसके अलावा इरिल नदी भी उफान पर है.
असम भी बाढ़ की जद में
देश में हो रही बारिश से असम भी पीछे नहीं है. असम में भी लगातार हो रही बारिश की वजह से बाढ़ आई हुई है. प्रदेश के धुबरी गांव में ब्रह्मपुत्र नदी के उफान पर होने से एक विधवा महिला अपने दो बच्चों के साथ कई दिनों से फंसी हुई है. महिला ने सरकार से खाने-पीने की चीजें और जरूरी सामान की मांग की है. प्रदेश के 27 जिलों में 16.25 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में हैं. सरकार के मुताबिक धुबरी में सबसे ज्यादा 2.23 लाख लोग इससे प्रभावित हैं, इसके बाद दरांग में करीब 1.84 लाख लोग और लखीमपुर में 1.66 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में हैं.
असम के मोरीगांव में बाढ़ से हालात और भी बिगड़ गए हैं. ब्रह्मपुत्र नदी का पानी कई गांवों तक पहुंच गया है. ग्रामीणों ने बताया कि पानी का स्तर रोज धीरे- धीरे बढ़ रहा है. इसकी वजह से गांव वाले तंबू के नीचे शरण लेने के लिए मजबूर हैं. यहां रहने वाले हरिश्चंद्र चौहान ने कहा कि हमारा सारा अनाज भंडार बाढ़ में डूब गया. लोगों ने सरकार से मदद नहीं मिलने की शिकायत की है. राज्य के 23 जिलों के 11 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं. ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों सहित प्रमुख नदियों का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर है.
उत्तराखंड की हालत बद से बदतर
देश के कई राज्यों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ का खतरा बना हुआ है. वहीं, इससे उत्तराखंड में भी हाल बेहाल हैं. उत्तराखंड के बागेश्वर में लगातार बारिश से कई रास्ते बंद हो गए हैं. प्रशासन ने भारी बारिश को देखते हुए अलर्ट जारी किया है. बारिश की वजह से सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है, जिससे गाड़ियों को चलाना खतरनाक हो गया है. पिछले एक सप्ताह से बागेश्वर में लगातार बारिश हो रही है और अगले कुछ दिनों में और भी बारिश होने के आसार हैं. कई जगहों पर लैंडस्लाइड की घटनाएं भी हुई हैं. प्रशासन ने इलाके में रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी कर बाहर न निकलने की अपील की है.