Ayodhya Development : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के विकास को विश्वस्तरीय बनाने का स्वप्न देखा था, लेकिन अब बारिश ने सारी पोल खोल दी.
Ayodhya Development : उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक ने चिलचिलाती गर्मी से राहत देने का काम किया है, लेकिन भारी बारिश की वजह से कई जिलों में पानी भी भर गया. वहीं, अयोध्या में बुधवार को झमाझम बारिश ने विकास की सारी पोल खोल दी. राम मंदिर के पास सबसे बड़ी कॉलोनी जलवानपुरा में जलभराव हो गया. विकास के नाम पर लगातार प्रचार करने के बाद अब अधिकारियों की लापरवाही सामने आ रही है. इसके अलावा, राम मंदिर के दर्शन करने वाले और स्थानीय लोगों के लिए यह बारिश मुसीबत बन गई है.
अधिकारियों ने विकास का पीटा ढोल
शासन-प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक ने अयोध्या में विकास का जमकर ढोल पीटा, लेकिन राम पथ की सड़क धंसने के बाद विपक्ष और जनता कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं. वहीं, चार दिन पहले ही गर्भगृह के सामने वाली सड़क पर पानी भर गया था, जिसकी मीडिया में भी खूब चर्चा हुई थी.
लोगों के घरों में भरा पानी, मुसीबत में लोग
राम मंदिर से करीब 200 मीटर की दूरी पर बनी जलवानपुरी कॉलोनी में घुटनों से ज्यादा जलभराव हो गया. इसकी वजह से लोगों के बिस्तर, गद्दे और घरों के बर्तन पानी में तैरने लगे. इसके बाद अस्थाई रूप से लोगों ने अपने आपको दूसरी जगह शिफ्ट करना शुरू कर दिया. इसके अलावा, फर्रुखाबाद में झमाझम बारिश हुई. एक महीने की चिलाचिलाती धूप से लोगों को राहत मिली है. 2 घंटे तक लगातार बारिश ने आम लोगों से लेकर जानवरों तक को गर्मी से राहत मिली है.
बारिश से कानपुर में 4 डिग्री पारा कम हुआ
कानपुर में तीन दिन तक हल्की बारिश हुई थी, लेकिन उससे काफी उमस हो गई. इसके बाद बुधवार को घंटों की बारिश ने मौसम को सुहाना कर दिया. साथ ही 3-4 डिग्री सेल्सियस गिर गया. वैज्ञानिक इसको प्री-मानसून की बारिश बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि कानपुर से मानसून 200 किलोमीटर की दूर है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि गुरुवार से मानसून की बारिश शुरू हो जाएगी.
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