Saif Ali Khan Attack : बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर 16 जनवरी को हुए हमले को लेकर पुलिस ने एक संदिग्ध के रूप में छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक व्यक्ति को हिरासत में लिए था.
Saif Ali Khan Attack : अभिनेता सैफ अली खान पर 16 जनवरी को हुए हमले में एक संदिग्ध के रूप में छत्तीसगढ़ के दुर्ग में हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति ने रविवार को कहा कि पुलिस कार्रवाई के बाद उसका जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है, जिससे उसे नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है, उसे अपनी होने वाली दुल्हन और परिवार से तिरस्कार का सामना करना पड़ रहा है.
सूचना के बाद किया था गिरफ्तार
मुंबई पुलिस की सूचना के बाद 18 जनवरी को रेलवे सुरक्षा बल ने दुर्ग स्टेशन पर मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनस-कोलकाता शालीमार ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस से आकाश कनौजिया नाम के व्यक्त को हिरासत में लिया था. हालांकि, 19 जनवरी की सुबह मुंबई पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल इस्लाम शहजाद मोहम्मद रोहिल्ला अमीन फकीर उर्फ विजय दास को पड़ोसी ठाणे से गिरफ्तार किया, जिसके बाद दुर्ग आरपीएफ ने आकाश कनौजिया को जाने की अनुमति दी.
क्या था पूरा मामला?
अभिनेता सैफ अली खान को 16 जनवरी की सुबह मुंबई के बांद्रा इलाके सतगुरु शरण में उनके 12वीं मंजिल स्थित आवास पर डकैती के प्रयास के दौरान एक घुसपैठिए ने बार-बार चाकू मारा था, जिसके बाद से वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उनकी सर्जरी की गई और बाद में उन्हें छुट्टी दे दी गई.
व्यक्ति ने किया दावा
जब मीडिया ने मेरी तस्वीरें दिखानी शुरू की और दावा किया कि मैं इस मामले में मुख्य संदिग्ध हूं तो मेरा परिवार सदमे में आ गया और रोने लगा. मुंबई पुलिस की एक गलती ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी. वे मेरी मूंछें और सीसीटीवी में दिख रहे व्यक्ति पर ध्यान देने में असफल रहे. आकाश कनौजिया ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि घटना के बाद मुझे पुलिस ने फोन किया था. उन्होंने मुझसे पूछा था कि मैं कहां हूं. जब मैंने उन्हें बताया कि मैं घर पर हूं तो फोन काट दिया गया. मैं अपनी होने वाली पत्नी से मिलने के लिए यात्रा कर रहा था जब मुझे दुर्ग में हिरासत में लिया गया और फिर ले जाया गया. वहां पहुंची मुंबई पुलिस की टीम ने मेरे साथ भी मारपीट की. आकाश ने कहा कि रिहा होने के बाद उनकी मां ने उन्हें घर आने के लिए कहा, लेकिन यहीं से उनकी जिंदगी में उथल-पुथल शुरू हो गई.
चली गई नौकरी
आकाश ने कहा कि जब मैंने अपने मालिक को फोन किया, तो उसने मुझे काम पर न आने के लिए कहा. उसने मेरा स्पष्टीकरण सुनने से इन्कार कर दिया. मेरी दादी ने मुझे बताया कि मेरी हिरासत के बाद मेरी शादी की बातचीत को आगे बढ़ने से इन्कार कर दिया गया. आकाश कनौजिया ने दावा किया कि उनके भाई की लंबे समय तक चिकित्सा उपचार के बाद मृत्यु हो गई, जिसकी वजह से उनके परिवार को अपना विरार घर बेचने और कफ परेड में एक चॉल में रहने पर मजबूर होना पड़ा.
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