Madhuri Dixit: इस बात में कोई शक नहीं है कि कई दशकों से फिल्म इंडस्ट्री पर हीरो ही राज कर रहे हैं. हालांकि, माधुरी दीक्षित का कुछ और ही कहना है.
26 November, 2024
Madhuri Dixit: माधुरी दीक्षित 57 साल की होकर भी फिल्म इंडस्ट्री में अपना दबदबा बनाए हुए हैं. हाल ही में उनकी हॉरर-कॉमेडी फिल्म ‘भूल भुलैया 3’ रिलीज हुई और इस फिल्म में भी माधुरी के काम की खूब तारीफ हो रही है. माधुरी लगभग 40 सालों से बॉलीवुड में काम रही हैं. ऐसे में उन्होंने वो दौर भी देखा है जब फिल्म में एक्ट्रेस का काम सिर्फ एक दो गानों तक ही सीमित रहता था. वहीं, माधुरी का कहना है कि 80 और 90 के दशक के बाद से बॉलीवुड में महिलाओं के लिए हालात कुछ बेहतर हुए हैं.
एक्ट्रेस के लिए बेहतर जगह
माधुरी दीक्षित को लगता है कि अब महिलाएं फिल्म जगत में सिर्फ एक्टिंग ही नहीं करतीं बल्कि वो अच्छी राइटर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर बनकर उभर रही हैं. माधुरी ने उस वक्त को याद किया, जब फिल्म सेट पर महिलाएं सिर्फ स्टार्स की को-एक्टर या फिर उनकी हेयरड्रेसर ही हुआ करती थीं. माधुरी ने PTI को दिए एक इंटरव्यू में कहा- ‘भले ही शुरुआत छोटे-छोटे कदम से ही हुई है लेकिन महिलाओं ने एक लंबा सफर तय किया है. आज जब मैं किसी सेट पर जाती हूं तो DOP से लेकर AD, लेखक और एक्शन मास्टर तक हर जगह महिलाएं होती हैं. ‘
यह भी पढ़ेंःअवॉर्ड और फिल्म की सक्सेस का नहीं कोई कनेक्शन, मनोज बाजपेयी ने कहा- ‘पुरस्कार से यहां कोई फायदा नहीं मिलता’
आलिया और कृति की तारीफ
माधुरी ने कहा, ‘हम महिलाओं को एक्शन करते हुए भी देख रहे हैं. फिल्म ‘गुलाब गैंग’ में मैंने एक्शन किया. हालांकि, हमें ज्यादा व्यावसायिक फिल्में बनाने की जरूरत है, जिसमें महिलाएं लीड रोल में हों. पिछले कुछ सालों में आलिया भट्ट, कृति सनोन और कंगना रनौत ने प्रोड्यूसर बनकर कमाल किया है. एक हद तक यह पुरुषों की दुनिया है. इसे बदलने में थोड़ा समय लगेगा’.
इन फिल्मों से मिली पहचान
माधुरी दीक्षित ने साल 1984 में फिल्म ‘अबोध’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. हालांकि, उन्हें पहचान मिली साल 1988 में रिलीज हुई फिल्म तेजाब से. इसके बाद उन्होंने ‘बेटा’, ‘राम लखन’, दिल, ‘दिल तो पागल है’, ‘साजन’, ‘खलनायक’, ‘हम आपके हैं कौन!’ और ‘देवदास’ जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया.
यह भी पढ़ेंः सनी और बॉबी देओल को हीरो बनाने वाले फिल्म मेकर को एक्टर्स से नाराजगी, बताया अब क्यों नहीं बनाते फिल्में