जामिया मिल्लिया इस्लामिया में अब पढ़ाई काफी महंगी हो जाएगी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने नए शैक्षणिक सत्र के लिए विभिन्न पाठ्यक्रमों की फीस में 16 से 41% तक वृद्धि की घोषणा की है.
Jamia Millia Islamia: जामिया मिल्लिया इस्लामिया में अब पढ़ाई काफी महंगी हो जाएगी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने नए शैक्षणिक सत्र के लिए विभिन्न पाठ्यक्रमों की फीस में 16 से 41% तक वृद्धि की घोषणा की है. यह बढ़ोतरी सोशल साइंस, प्रोफेशनल और विदेशी भाषाओं के पाठ्यक्रमों में लागू हुई है. हालांकि इस बढ़ोतरी से अभिभावकों के साथ-साथ छात्रों पर भी काफी आर्थिक बोझ पड़ेगा.
नए प्रॉस्पेक्टस के अनुसार फारसी विभाग में फीस में 41% की बढ़ोतरी हुई है, जिससे सालाना फीस 6,700 रुपये से बढ़कर 9,475 रुपये हो गई है. इसके अलावा अरबी विभाग में भी 37.15% की वृद्धि देखी गई है, जिससे फीस 7,200 रुपये से बढ़कर 9,875 रुपये हो गई है. विदेशी भाषा कार्यक्रम जैसे BA (Hons) टर्किश और समाजशास्त्र पाठ्यक्रमों जैसे MA और BA (Hons) राजनीति शास्त्र में भी 32.99% की वृद्धि हुई है, जिससे इन पाठ्यक्रमों की फीस 7,425 रुपये से बढ़कर 9,875 रुपये हो गई है.
B.Sc, भूगोल, गणित और भौतिकी में 34.29% की वृद्धि
विज्ञान पाठ्यक्रम जैसे B.Sc, भूगोल, गणित और भौतिकी में 34.29% की वृद्धि हुई है, जिससे इनकी फीस 7,800 रुपये से बढ़कर 10,475 रुपये हो गई है. बीटेक की फीस में 19.04 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो कि 16,150 रुपये से बढ़कर 19,225 रुपये प्रति वर्ष हो गई है, जबकि एमटेक कार्यक्रमों की फीस अब 21,375 रुपये प्रति वर्ष हो गई है, जो कि 16.48 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है. LLM (नियमित) और BA LLB (ऑनर्स) सहित विधि कार्यक्रमों में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिससे फीस 15,000 रुपये से बढ़कर 17,850 रुपये प्रति वर्ष हो गई है.
इस बीच विश्वविद्यालय ने 14 नए पाठ्यक्रम शुरू करने की भी घोषणा की है. प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) स्कोर का उपयोग किया जाएगा. इस वर्ष 25 कार्यक्रम – जिनमें नौ स्नातक, पांच स्नातकोत्तर, आठ डिप्लोमा और तीन उन्नत डिप्लोमा पाठ्यक्रम शामिल हैं – सीयूईटी मेरिट के आधार पर छात्रों को प्रवेश देंगे, जबकि पिछले साल यह संख्या 20 थी.
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