8 March 2024
सुधा मूर्ति इन्फोसिस की को-फाउंडर हैं जिनको राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है इसलिए वो राज्य सभा में जल्द ही नजर आएंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस खुशी को जाहिर किया गया है। यहां आपको बता दें कि, सुधा मूर्ति ‘मूर्ति ट्रस्ट’की अध्यक्ष होने के साथ-साथ एक लेखक भी हैं। इसके अलावा सुधा मूर्ति एक सोशल वर्कर, लेखक और मोटिवेशनल स्पीकर हैं। जानते हैं उनकी कुछ प्रेरणादायक बातें, जो जीवन को आसान बना देंगी…
“उपलब्धि कई कारकों का परिणाम है, न कि केवल कड़ी मेहनत का। किसी को भी सही अवसर, साथ काम करने के लिए सही लोगों और सही समय की आवश्यकता होती है। शायद इसमें भाग्य का भी एक तत्व है।”
“जब कोई डॉक्टर गलती करता है तो इंसान जमीन से छह फीट नीचे चला जाता है।” जब कोई जज गलती करता है तो व्यक्ति को जमीन से छह फीट ऊपर लटका दिया जाता है। लेकिन जब एक शिक्षक गलती करता है, तो छात्रों का पूरा समूह नष्ट हो जाता है। शिक्षकों को कभी भी नीची दृष्टि से न देखें।”
“जीवन में, कुछ असफलताएँ आवश्यक हैं। बार-बार सफलता इंसान को अहंकारी बना देती है, जबकि परिपक्व बनने के लिए कभी-कभार असफलता मिलना जरूरी है।”
“जब आपके सामने मुश्किलें आती हैं, तो आपको समस्या से बड़ा होना पड़ता है। आपके भीतर वह क्षमता है, लेकिन आपको इसका एहसास नहीं है। यदि आप बड़े हो जायेंगे तो कठिनाइयां आपसे छोटी लगेंगी और आप उन्हें आसानी से हल कर लेंगे। अगर आप मुश्किलों से छोटे हो जाओगे तो वो पहाड़ बनकर आपको कुचल देंगी। यही वह सिद्धांत है जिसका मैंने जीवन में पालन किया है।”
“अनुभव ने मुझे सिखाया है कि ईमानदारी किसी विशेष वर्ग की पहचान नहीं है और न ही इसका शिक्षा या धन से कोई लेना-देना है।” इसे किसी विश्वविद्यालय में नहीं पढ़ाया जा सकता, अधिकांश लोगों में, यह स्वाभाविक रूप से हृदय से उत्पन्न होता है।”