महाकुंभ के दौरान यूपी रोडवेज की बसों में आरामदायक सफर कर श्रद्धालु काफी गदगद दिखे. प्रदेश के विभिन्न कोनों से महाकुंभ तक श्रद्धालुओं को सुरक्षित और आरामदायक सफर के लिए यूपी रोडवेज ने खास इंतजाम किए थे.
PRAYAGRAJ: महाकुंभ के दौरान यूपी रोडवेज की बसों में आरामदायक सफर कर श्रद्धालु काफी गदगद दिखे. प्रदेश के विभिन्न कोनों से महाकुंभ तक श्रद्धालुओं को सुरक्षित और आरामदायक सफर के लिए यूपी रोडवेज ने खास इंतजाम किए थे. प्रयागराज में त्रिवेणी के तट पर आयोजित हुए आस्था के जन समागम महाकुंभ में यूपी रोडवेज श्रद्धालुओं के लिए सारथी साबित हुई है.
महाकुंभ के प्रथम स्नान पर्व पौष पूर्णिमा से अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि तक रोडवेज और शटल बस सेवा ने श्रद्धालुओं को महाकुंभ लाने और वापस उनके गंतव्य तक पहुंचाने में बढ़ चढ़कर योगदान दिया. प्रयागराज महाकुंभ में 66.33 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी मे पुण्य की डुबकी लगा कर इतिहास बना दिया. यूपी रोडवेज इन श्रद्धालुओं को सकुशल सु व्यवस्थित उनके गंतव्य तक पहुंचाने में पूरी तन्मयता से लगा रहा.
प्रदेश के सभी रूटों पर था बसों का पूरा इंतजाम
यूपी रोडवेज प्रयागराज परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी ने बताया कि महाकुंभ में यूपी रोडवेज ने 3.25 करोड़ लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया. इसके लिए प्रदेश के सभी रूटों के लिए बसों का पूरा इंतजाम किया गया था. महाकुंभ के दौरान 8850 रोडवेज बसों का संचालन कर एक रिकॉर्ड बनाया गया. वैसे महाकुंभ के विभिन्न स्नान पर्वों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के अनुमान के मुताबिक इनकी संख्या तय की गई थी जिसमे मौनी अमावस्या में सबसे अधिक 8850 बसों का संचालन किया गया. श्रद्धालुओं को महाकुंभ क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए रोडवेज बस सेवा के अलावा शटल बस सेवा की अहम भूमिका रही.
क्षेत्रीय प्रबंधक एम के त्रिवेदी ने बताया कि शहर के चारों तरफ बनाए गए अस्थाई बस स्टेशन में जहां रोडवेज का बसों का बेड़ा तत्पर रहा है तो वहीं इन अस्थाई बस स्टेशन से महाकुंभ के नजदीक के स्थानों तक श्रद्धालुओं को पहुंचाने के लिए 750 शटल बसें निरंतर सेवा में लगी थीं. शटल सेवा ने 45 दिनों तक चले इस महाकुंभ में 1.25 करोड़ लोगों को पार्किंग स्थल से महाकुंभ के नजदीकी स्थान तक पहुंचाया.
शटल बसों ने 17 दिन श्रद्धालुओं को दी निःशुल्क सेवा
महाकुंभ में उमड़े जनसैलाब को देखते हुए बसों और चार पहिया वाहनों को शहर के बाहर पार्किंग में खड़ा करना यातायात योजना का हिस्सा था. पार्किंग स्थल से कुंभ क्षेत्र तक लाने में जुटी रही शटल बस सेवा निरंतर इस कार्य में लगी रही. प्रमुख स्नान पर्वों के समय इस सेवा को निःशुल्क कर दिया गया था. प्रदेश के मुख्यमंत्री ने रोडवेज कर्मियों की सहभागिता को सराहा और आर्थिक सुरक्षा देने का भी ऐलान किया.
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लखनऊ से राजीव ओझा की रिपोर्ट