5 March 2024
भाजपा के वरिष्ठ और कद्दावर नेता शिवराज सिंह चौहान का आज जन्मदिन है । आज वो अपना 65वां जन्मदिन मना रहे हैं । बीजेपी में सबसे अधिक दिनों तक मुख्यमंत्री रहने वाले वो नेता हैं। बड़ी बात ये है कि शिवराज को विरासत में राजनीति नहीं मिली है। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से राजनीति में अपना मुकाम हासिल किया है । उनके जन्मदिन पर बधाईयों का तांता लगा हुआ है । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उनके आवास पर जाकर उन्हें बधाई दी है । वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें एक्स पर पोस्ट करते हुए बधाई दी है ।
योगी आदित्यनाथ ने दी बधाई
डॉ. मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि ‘मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, आदरणीय भाईसाहब शिवराज सिंह चौहान जी के जन्मदिन के शुभ अवसर पर उनके आवास पहुंच कर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। बाबा महाकाल से आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं सुदीर्घ जीवन के लिए मंगल कामना करता हूं।’वहीं, योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि ‘जनप्रिय राजनेता, भाजपा परिवार के वरिष्ठ सदस्य, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई!बाबा महाकाल से आपके उत्तम स्वास्थ्य, सुदीर्घ व सुयशपूर्ण जीवन की प्रार्थना है।’
2005 में पहली बार बने थे मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान ने साल 2005 में पहली बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी । जिसके बाद वो लगातार 2018 तक मुख्यमंत्री बने रहे लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद कमलनाथ ने सीएम पद की शपथ ली थी । हालांकि वो केवल 1 साल 3 महीने 3 दिन के लिए ही मुख्यमंत्री रहे । उसके बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था । जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान फिर से मुख्यमंत्री बन गए थे और 2023 के नवंबर तक अपने पद पर बने रहे । साल 1990 के विधानसभा चुनाव के दौरान शिवराज ने बुधनी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था और जिसके बाद वो पहली बार विधायक बने थे । शिवराज सिंह पांच बार सांसद भी रह चुके हैं ।
13 वर्ष की आयु में आरएसएस में हुए थे शामिल
शिवराज को बचपन से ही राजनीति में दिलचस्पी थी । उन्होंने अपना पहला चुनाव 10 वीं क्लास में लड़ा था, लेकिन वो ये चुनाव हार गए थे । फिर भी उन्होंने अपना सफर जारी रखा । पढ़ाई करने के लिए शिवराज भोपाल चले गए थे । जहां उन्होंने मॉडल हाई सेकेंडरी स्कूल में दाखिला लिया । 1975 में ही छात्र संघ अध्यक्ष चुने गए थे । उस वक्त उनकी उम्र महज 15 साल थी । शिवराज लंबे समय तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन से जुड़े रहे। यहां से धीरे – धीरे इन्होंने मुख्य राजनीति की ओर कदम आगे बढ़ाया । शिवराज 13 वर्ष की आयु में 1972 में आरएसएस में शामिल हुए थे ।
युवा आरएसएस स्वयंसेवक हैं शिवराज
आपको जानकर हैरानी होगी कि शिवराज सबसे युवा आरएसएस स्वयंसेवक हैं । साल 1975 में आपातकाल के दौरान उन्हें कैद किया गया था। 1988 में उन्होंने कांग्रेस सरकार को चुनौती दी थी । उन्होंने कहा था कि 7 अक्टूबर को भोपाल में एक रैली होगी । जिसमें सत्तारूढ़ दल के खिलाफ कम से कम 40 हजार लोग उनके साथ खड़े होंगे। जिसके बाद प्रशासन ने व्यवस्था भी की, लेकिन उम्मिद से भी ज्यादा लगभग 1 लाख लोग उनका समर्थन करने के लिए भोपाल पहुंच गए थे ।