मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बजट सत्र के पांचवें दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने विपक्ष द्वारा महाकुंभ का दुष्प्रचार करने पर आड़े हाथों लिया. योगी ने कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसको वह मिला.
LUCKNOW: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बजट सत्र के पांचवें दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने विपक्ष द्वारा महाकुंभ का दुष्प्रचार करने पर आड़े हाथों लिया. योगी ने कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसको वह मिला.
एक साथ एक घाट पर स्नान करना ही सच्चा सनातन धर्म
सीएम योगी ने कहा कि किसी ने सच कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसको वह मिला है. महाकुंभ में गिद्धों को केवल लाश मिली, सुअरों को गंदगी मिली, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली, आस्थावानों को पुण्य मिला, सज्जनों को सज्जनता मिली, गरीबों को रोजगार मिला, अमीरों को धंधा मिला, श्रद्धालुओं को साफ सुथरी व्यवस्था मिली, पर्यटकों को व्यवस्था मिली, सद्भावना वाले लोगों को जाति रहित व्यवस्था मिली, भक्तों को भगवान मिले. इससे साफ है कि सब ने अपने स्वभाव और चरित्र के अनुसार चीजों को देखा है. एक ही घाट पर सभी जाति वर्ग के तीर्थ यात्री बिना भेदभाव के नहाते रहे.
कहा कि सनातन की सुंदरता आखिर समाजवादी और वामपंथियों को कैसे नजर आएगी. वहीं इनके द्वारा लगातार किए जाने वाले प्रश्न, उनकी नियत को ही संदेह के दायरे में खड़ी करती है. यह टिप्पणी अचानक नहीं है, यह भारत की टिप्पणी है और भारत की भावनाओं की टिप्पणी है. जो स्वयं कुछ नहीं कर सकते थे, जिन लोगों ने अपने समय में इस पूरे आयोजन को अव्यवस्था और भ्रष्टाचार का शिकार बनाया था, आज वह महाकुंभ पर इस प्रकार की टिप्पणी करके भारत की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं.
महाकुंभ में अव्यवस्था फैलाने वालों से सख्ती से निपटने की बात कही
सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष द्वारा महाकुंभ में एक जाति विशेष को वहां जाने से रोकने की बात कही, किसी जाति को रोका नहीं गया था. हमने कहा था कि महाकुंभ में जो सद्भावना से जाएगा उसका स्वागत है. वह सम्मान से कुंभ में आ सकते हैं, लेकिन जो सद्भावना से नहीं दुर्भावना से जाएगा तो उसके दुर्गति भी होगी. महाकुंभ में अगर किसी ने अव्यवस्था पैदा करने का प्रयास किया तो उसके खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा.
सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ आयोजन सनातन धर्मलंबियों का था, लेकिन खुशी उनको भी हो रही थी क्योंकि ऐसा आयोजन पहली बार हुआ और दुनिया में ऐसा आयोजन कहीं नहीं होता है. महाकुंभ के साथ-साथ अयोध्या और काशी को नजदीक से देखने का अवसर आमजन को प्राप्त हुआ . मेरा मानना है कि यह दो महा आयोजन अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर रामलला का विराजमान होना और महाकुंभ का आयोजन, इन दोनों ने ही एक भारत श्रेष्ठ भारत को दर्शाया है.
कहा कि यह प्रधानमंत्री के विजन में मिल का पत्थर साबित होगा. मेरा मानना है कि पूरे आयोजन के प्रति लोगों के मन में जो भाव आया है वह भाव राष्ट्रीय एकता को मजबूती प्रदान करने वाला है. महाकुम्भ में भेदभाव की बात कहने वालों ने भी देखा होगा कि पूरे महाकुंभ में बिना किसी भेदभाव के सभी एक साथ एक घाट पर स्नान कर रहे हैं. इससे बड़ी एकात्मता और एकता का संदेश नहीं हो सकता है. यही सच्चा सनातन धर्म भी है.
ये भी पढ़ेंः BIHAR: मोदी ने किसानों के खाते में भेजे रुपए, कहा- जंगलराज में मिलती थी लाठी, NDA राज में खाद
लखनऊ से राजीव ओझा की रिपोर्ट