02 March 2024
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार पूर्ण निष्क्रियता के कारण मेक इन इंडिया (Make In India) साकार करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि देश के विनिर्माण क्षेत्रों में सरकार युवाओं को नौकरी नहीं दे पाई और सरकार ने कई सेक्टरों में धन का उपयोग भी कम किया है। पिछले दशक में भारत की जीडीपी में विनिर्माण द्वारा जोड़ा गया मूल्य 16 प्रतिशत से घटकर 13 फीसदी क्यों हो गया?
विकास विनिर्माण के विकास में आई गिरावट: खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल साइट एक्स पर कई सवाल उठाते हुए कहा कहा कि मोदी सरकार जब लगातार कह रही है कि उसने देश की अर्थव्यस्था में तेजी से काम किया है तो औसत विनिर्माण विकास में इतनी गिरावट क्यों देखी गई है। यूपीए-कांग्रेस के दौरान यह 7.85% थी, जो घटकर लगभग 6 फीसदी ही रह गई है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने साल 2022 तक विनिर्माण क्षेत्र में 10 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, वे नौकरियां अब कहां चली गईं हैं? उन्होंने कहा कि यह सच बात नहीं है कि उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजना का अधिकांश हिस्सा आगे बढ़ने में विफल रहा है।
बड़े क्षेत्रों में नहीं हुआ धन का उपयोग, जिसमें…
1. टेक्सटाइल सेक्टर में PLI के 96% फंड का इस्तेमाल नहीं।
2. नवीकरणीय क्षेत्र में पीएलआई के लिए शून्य निधि प्रदान की गई।
3. एसी और एलईडी के घटकों और उप-असेंबली के निर्माण के लिए व्हाइट गुड्स में पीएलआई के लिए 95% धनराशि अप्रयुक्त रहती है।
‘भारत को समावेशी रोजगार की जरूरत’
उन्होंने कहा कि, भारत के निर्यात में जो कभी कांग्रेस-यूपीए के दौरान 549% थी, आज मोदी सरकार के दौरान केवल 90% कैसे रह गई? क्या यह बीजेपी का नकली राष्ट्रवाद नहीं है जिसके कारण गलवान में 20 बहादुरों के बलिदान के बाद भी चीनी आयात में 45% की वृद्धि हुई? खड़गे ने कहा, भारत को मजबूत और समावेशी रोजगार सृजन करने की जरूरत है और उच्च तकनीक नेटवर्क को जोड़कर उत्पादन को व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। विनिर्माण में मूल्यवर्धन और निर्यात को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। अतीत में केवल कांग्रेस ने ही ऐसा किया है और अब केवल कांग्रेस पार्टी ही ऐसा करने में सक्षम है!