'एक ही ख्वाब ने सारी रात जगाया है...' पढ़ें गुलजार के सबसे मशहूर शेर.
मैं चुप कराता हूं हर शब उमड़ती बारिश को,
मगर ये रोज गई बात छेड़ देती है.
उमड़ती बारिश
दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है,
किस की आहट सुनता हूं वीराने में.
आहट सुनता हूं
एक ही ख्वाब ने सारी रात जगाया है,
मैं ने हर करवट सोने की कोशिश की.
सारी रात जगाया
फिर वहीं लौट के जाना होगा,
यार ने कैसी रिहाई दी है.
कैसी रिहाई दी
फिर वहीं लौट के जाना होगा,
यार ने कैसी रिहाई दी है.
लौट के जाना
रुके रुके से कदम रुक के बार बार चले,
करार दे के तिरे दर से बे-करार चले.
बार बार चले