1 March 2024
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि रूस में 20 भारतीय नौजवानों को बंधक बनाकर रखा गया है, उन्हें बंधक इसलिए बनाकर रखा गया है, क्योंकि हमारे देश में युवाओं के लिए मृतकाल चल रहा है। जिन युवाओं को देश में रोजगार नहीं मिल रहा है, वो विदेशों में नौकरी के लिए जा रहे हैं, लेकिन अब विदेशों में भी मृतकाल शुरू हो गया है। सरकार ने देश में रोजगार को लेकर बड़े-बड़े वादे किए और कहा कि हम हर साल युवाओं को दो करोड़ नौकरी देंगे। उन्होंने कहा कि अगर देश में हर साल 2 करोड़ नौकरी दी जाती है, तो उन युवाओं की ऐसी हालत नहीं होती।
रूस के पास नहीं कोई परमानेंट आर्मी
कन्हैया कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान लोगों से कहा कि आप लोग जानते हैं कि रूस के पास परमानेंट आर्मी नहीं है, क्योंकि वहां पर ठेके पर सेना रखी जाती है। यही स्थिति भारत में भी है, यहां पर अग्निपथ योजना, ‘ठेके पर आर्मी’ का फॉर्मूला लाया गया है। उन्होंने कहा कि रूस में जबरदस्ती नौजवानों को बंधक बनाकर रखा गया है। उसमें से गुजरात का एक नौजवान सिविलियन वर्क के लिए रूस गया, जहां उसकी मौत हो गई है। इस संवेदनशील मुद्दे पर चारों तरफ चुप्पी है।
देश का नौजवान विदेश में क्यों जा रहा है?
उन्होंने कहा कि जब देश का नौजवान देश के लिए शहादत दे रहे हैं, तो यह बात समझ में आती है, क्योंकि यह देश भक्ति और राष्ट्र को सर्वोपरि रखते हुए देश के लिए शहीद हो रहे हैं। हमारा सवाल यह है कि दूसरे देश की लड़ाई के लिए भारतीय नौजवानों को क्यों जाना पड़ रहा है। कन्हैया ने कहा कि इसका सीधा सा उदाहरण है कि देश के नौजवानों के साथ भविष्य में खिलवाड़ किया जा रहा है, जिस तरह से बेरोजगारी का दंश उनको झेलना पड़ रहा है। आप लोग जानते हैं कि बीते दस सालों में बेरोजगारी दर लगभग दुगुनी हो गई है। पिछले 45 सालों के इतिहास में इतनी बेरोजगारी कभी नहीं देखी गई है। आज भी लाखों पद केंद्रीय मंत्रालयों में खाली पड़े हैं।
भारत से मजदूरों को भेजा गया इजरायल
कन्हैया ने कहा कि देश के नौजवानों की मजबूरी का फायदा उठाकर, विदेशी दुनिया के सपने दिखाकर युवाओं को इजराइल में मजदूरी के लिए भेज दिया गया। इस तरह देश के युवाओं के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इन सबके बीच ‘विश्वगुरु’ होने का दावा किया जाता है, लेकिन आप ‘विष गुरु हैं, क्योंकि आप नौजवानों के भविष्य में जहर घोल रहे हैं।
नौजवानों को लेकर विदेश मंत्रालय ने क्या कहा
दुसरी तरफ भारत ने गुरुवार को कहा था कि रूसी सेना में सहायक कर्मचारियों के तौर पर काम कर रहे 20 भारतीय लोगों को जल्द ही मुक्त कराया जाएगा। वहीं, इस मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि रूसी सेना में सहायक के रूप में काम करने वाले 20 भारतीय नौजवानों को निकालने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है और मंत्रालय हरसंभव इस पर नजर बनाए हुए है।