29 Feb 2024
कांग्रेस पार्टी के पूर्व सैनिक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल रोहित चौधरी ने एआईसीसी से प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि, देश बड़ी गंभीर परिस्थितियों से गुजर रहा है, इसलिए युवा, महिलाएं और किसान समेत सभी वर्ग परेशान हैं। उसी तरह से देश के सैनिक, पूर्व सैनिक और उनकी परिवार मोदी सरकार की मार झेल रहे हैं। मोदी सरकार झूठा राष्ट्रवाद, झूठा प्रेम और झूठा सेना का प्रेम दिखा रहे हैं। यह देश को बुरी परिस्थितियां में ले जा रहे हैं, जिसका अब एक्शन भी देखने को मिलने लगा है। वह ऐसा करके सेना और उनके परिवारों को कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर आज सैनिक कमजोर होगा तो उनका परिवार और देश भी कमजोर होगा। भारतीय सेनाएं विश्व की बेहतरीन सेनाओं में से एक हैं, लेकिन फ़ौज के संस्थानों को बर्बाद किया जा रहा है। इसलिए हमारी एक ही मांग है – वन रैंक, वन पेंशन।
‘मोदी सरकार ने पूंजीपतियों का कर्जा माफ किया’
कर्नल रोहित चौधरी ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इकोनॉमी किस तरह से ग्रो होती है यह सबको मोदी साहब ने सीखा दिया है। जिस हिसाब से ये लोग पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की बात करते हैं, उस हिसाब से हो सकता है कि एक साल में 15-20 ट्रिलियन डॉलर तक अर्थव्यवस्था को पहुंचा दें। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अपने पूंजीपति साथियों का 14 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज माफ कर दिया है, लेकिन उनके पास सेना को देने के लिए पैसे नहीं हैं।
‘सेना के पेंशन में कटौती की गई’
मोदी सरकार ने डिसेबिलिटी पेंशन को ख़त्म कर इसे ‘इम्पेयरमेंट रिलीफ’ का नाम दे दिया गया। पहले अगर किसी सैनिक को डिसेबिलिटी पेंशन मिलती थी, तो उसके देहांत के बाद परिवार को पेंशन मिलती थी, जो कि इनकम टैक्स के दायरे से भी बाहर थी, लेकिन अब सैनिक के देहांत के बाद पेंशन में कटौती कर दी जाएगी। हमारी मांग है कि…
- UPA सरकार ने जिस ‘वन रैंक, वन पेंशन’ को पास किया था, हमें वह चाहिए।
- हमें कोई भी विसंगति वन रैंक, वन पेंशन की नहीं चाहिए।
- जो डिसेबिलिटी पेंशन पहले थी, हमें वहीं पेंशन चाहिए।
- देश के पूर्व सैनिकों के इलाज के लिए जो 10 हजार करोड़ का आउटले था, हमें वह पूरा का पूरा चाहिए।