उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती के लिए दौड़ परीक्षा 10 फरवरी से शुरू हो रही है. यह पहले चरण की शारीरिक दक्षता परीक्षा है. अभ्यर्थी 60,244 पदों के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. यह दौड़ प्रदेश में 12 जगहों पर हो रही है.
UP CONSTABLE RECRUITMENT: उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती के लिए दौड़ परीक्षा 10 फरवरी से शुरू हो रही है. यह पहले चरण की शारीरिक दक्षता परीक्षा है. अभ्यर्थी 60,244 पदों के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. यह दौड़ प्रदेश में 12 जगहों पर हो रही है. सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं.चयनित अभ्यर्थियों का मेडिकल होगा और चरित्र प्रमाण मांगे जाएंगे. उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड परीक्षा का आयोजन PAC की 12 वाहिनियों में करा रहा है, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. रोजाना करीब 10 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे.
दूसरे चरण के लिए करीब 40 हजार अभ्यर्थियों के प्रवेशपत्र किए जाएंगे जारी
मालूम हो कि भर्ती बोर्ड ने दौड़ परीक्षा के पहले चरण के तहत करीब 1.20 लाख प्रवेशपत्र जारी किए हैं. इसके बाद दूसरे चरण के लिए सोमवार को शेष करीब 40 हजार अभ्यर्थियों के प्रवेशपत्र जारी किए जाएंगे. परीक्षा का आयोजन 27 फरवरी तक होना है. परीक्षा का आयोजन 45वीं वाहिनी अलीगढ़, 12वीं वाहिनी फतेहपुर, 8वीं वाहिनी बरेली, 9वीं वाहिनी मुरादाबाद, 26वीं वाहिनी गोरखपुर, 37वीं वाहिनी कानपुर, 33वीं वाहिनी झांसी, 35वीं वाहिनी लखनऊ, 6वीं वाहिनी मेरठ, 47वीं वाहिनी गाजियाबाद, 20वीं वाहिनी आजमगढ़ और 39वीं वाहिनी मिर्जापुर में किया जाएगा.
परीक्षा का परिणाम उसी दिन सूचना पट पर किया जाएगा प्रदर्शित
दौड़ के दौरान कलाई घड़ी पहनना प्रतिबंधित है. बोर्ड ने परीक्षा स्थल पर डिजिटल घड़ी का प्रबंध किया है. परीक्षा में पुरुष अभ्यर्थियों को 25 मिनट में 4.8 किमी की दौड़ पूरी करनी होगी, जबकि महिला अभ्यर्थियों को 14 मिनट में 2.4 किमी की दौड़ पूरी करनी होगी. परीक्षा बोर्ड की ओर से गठित समिति द्वारा कराई जाएगी, जिसमें डीएम की ओर से नामित एक एसडीएम, सीएमओ की ओर से नामित डॉक्टर, कमिश्नर/एसएसपी की ओर से नामित डिप्टी एसपी शामिल हैं. परीक्षा का परिणाम दिन की समाप्ति पर सूचना पट पर प्रदर्शित किया जाएगा.
परीक्षा केंद्र पर प्रवेशपत्र, मूल पहचानपत्र और मूल आधार कार्ड जरूरी
बोर्ड ने अभ्यर्थियों से कहा है कि वह प्रवेशपत्र, मूल पहचानपत्र, मूल आधार कार्ड के साथ परीक्षा केंद्र पर उपस्थित हों. यदि कोई अभ्यर्थी नियत तिथि एवं समय पर परीक्षा केंद्र पर उपस्थित रहने में असफल रहता है तो वह समिति को वजह बताते हुए प्रत्यावेदन दे सकता है. यह उसे खुद अथवा किसी प्रतिनिधि के जरिए देना होगा. डाक, ई-मेल अथवा किसी अन्य माध्यम से भेजा गया प्रत्यावेदन स्वीकार नहीं होगा. इसके बाद समिति उसे किसी अन्य दिन परीक्षा के लिए बुला सकती है.
सफल उम्मीदवारों को 9 महीने का आधारभूत प्रशिक्षण प्रदेश के सभी प्रशिक्षण केंद्रों पर दिया जाएगा. अंतिम चरण की परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का चरित्र सत्यापन उनके गृह जिलों से कराया जाएगा. इसके बाद एक महीने की प्रारंभिक ट्रेनिंग सभी 75 जिलों में होगी. जबकि नौ महीने की आधारभूत ट्रेनिंग प्रशिक्षण केंद्रों पर कराई जाएगी.
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