USAID And Deep State: माना जा रहा है कि USAID को खत्म करना तो बस एक शुरुआत है. डोनाल्ड ट्रंप ने डीप स्टेट को खत्म करने पर काम शुरू कर दिया.
USAID And Deep State: अमेरिका की सत्ता संभालते ही डोनाल्ड ट्रंप ने डीप स्टेट को खत्म करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है. इसी क्रम में डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को USAID यानि अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका एजेंसी को बंद कर दिया.
माना जा रहा है कि USAID को खत्म करना तो बस एक शुरुआत है. डोनाल्ड ट्रंप और उनके सहयोगी एलन मस्क मिलकर मंत्रिमंडल और सलाहकार एजेंसियों से उन लोगों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्हें डोनाल्ड ट्रम्प विरोधी माना जाता है.
आतंकियों को भी दी जारी रही थी मदद
बता दें कि USAID विश्व की प्रमुख विदेशी सहायता एजेंसी है, जो 40 बिलियन डॉलर तक के फंड को 100 विकासशील देशों तक पहुंचाती है. विदेशी मामलों के जानकारों का मानना है कि विकासशील में यह अमेरिकी सॉफ्ट पावर का आधार है, जो डेमोक्रेटिक पार्टी की मदद करती है. बता दें कि USAID की वेबसाइट को बंद कर दिया गया और विदेशों में तैनात सभी कर्मियों को 30 दिनों के भीतर घर लौटने का आदेश दिया गया है.
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि USAID के पैसे से आतंकियों को भी फंड दिया जा रहा था. इसमें भारत को नुकसान पहुंचाने वाले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और उसके सहयोगी संगठन जमात-उद-दावा को भी मदद मिल रही थी. बता दें कि दोनों ही संगठनों को भारत और अमेरिका की ओर से आतंकी संगठन घोषित किया गया है. ऐसे में माना जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप का हालिया फैसला डीप स्टेट को खत्म करने से जुड़ा है.
CIA ने भी किया कांड
दरअसल, पिछले साल अपने चुनाव अभियान के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने डीप स्टेट को जड़ से खत्म करने का वादा किया था. बता दें कि डीप स्टेट को लेकर माना जाता है कि डोनाल्ड ट्रंप के एजेंडे में बाधा डालने का काम करती है. साथ ही दावा किया जाता है कि डीप स्टेट से कई देशों के लोकतंत्र और अर्थव्यवस्था को खतरा है.
एक दिन पहले एक ऐसी जानकारी सामने आई, जिससे डीप स्टेट की हवाओं को और जोर मिल गया. दरअसल, वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की CIA यानि केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने अपने पूरे कार्यबल को तथाकथित खरीद की पेशकश की है. दूसरी ओर, सीनेट में अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने भी FBI के एजेंटों की ओर के डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ की गई कार्रवाइयों की जांच के लिए एक समूह की स्थापना की है.
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DOGE का हुआ था USAID से टकराव
बता दें कि कुछ दिनों पहले एलन मस्क के DOGE यानि सरकारी दक्षता विभाग का USAID अधिकारियों के साथ टकराव हुआ था. इस विवाद में USAID के अधिकारियों ने मस्क की तकनीकी विशेषज्ञों की टीम को सरकारी वेतन और सुरक्षा तक पहुंच से रोक दिया था. बता दें कि सूत्रों के मुताबिक अब कुछ विदेश विभाग यानि यूएस स्टेट डिपार्टमेंट के कुछ अधिकारियों के सोशल मीडिया हैंडल पर भी नजर रखी जा रही है, जिससे उनकी वफादारी जांची जा रही है.
👉 Hours ago President Donald Trump has signed an executive order withdrawing the US from the United Nations Human Rights Council for it's "deep anti-American bias". Hopefully now, Trump administration also will investigate Deep State connections with Wikipedia and NewsGuard. pic.twitter.com/rst8EglnXY
— Salah Uddin Shoaib Choudhury (@salah_shoaib) February 5, 2025
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले ही उनकी टीम ने स्टेट डिपार्टमेंट से लोगों को निकालने की मांग की थी. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज ने भी साफ किया था कि वह डीप स्टेट को खत्म कर देंगे. ऐसे में माना जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने USAID के जरिए डीप स्टेट को खत्म करना शुरू कर दिया है.
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