Budget Session 2025: विदेश मंत्री एस जयशंकर के अमेरिका दौरे पर राहुल गांधी ने ऐसा बयान दिया है, जिसपर खुद विदेश मंत्री को जवाब देना पड़ा.
Budget Session 2025: बजट सत्र के दौरान विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के दिए गए बयान पर बवाल मच गया है. भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के अमेरिका दौरे पर राहुल गांधी ने ऐसा बयान दिया है, जिसपर खुद विदेश मंत्री को जवाब देना पड़ा. साथ ही एस जयशंकर ने राहुल गांधी पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया है.
किरेन रिजिजू ने भी जताया एतराज
दरअसल, सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने की. इस दौरान उन्होंने कह दिया कि हम जब अमेरिका से बात करेंगे, तो अपने प्रधानमंत्री के लिए न्योता पाने को विदेश मंत्री को तीन-चार बार नहीं भेजेंगे.
इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास बेहतर उत्पादन प्रणाली होती और हम टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे होते, तो अमेरिका के राष्ट्रपति खुद भारत आते और खुद ही प्रधानमंत्री को आमंत्रित करते. इस बयान में संसद में सत्ता पक्ष के सांसदों ने कड़ा एतराज जताया.
अगर हमारा प्रोडक्शन सिस्टम मजबूत होता तो हमें बार बार अपने विदेश मंत्री को प्रधानमंत्री के लिए निमंत्रण लाने के लिए अमेरिका नहीं भेजना पड़ता।
— Ritu Choudhary (@RituChoudhryINC) February 3, 2025
नेता विपक्ष राहुल गांधी जी ने तो विदेश मंत्री जयशंकर जी के मजे ले लिए। 🔥 pic.twitter.com/MdhcSTz2dr
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष के नेता को इस तरह की हल्की बातें नहीं करनी चाहिए. दो देशों के बीच संबंधों की बात है. राहुल गांधी हमारे प्रधानमंत्री के न्योते के बारे में गलत दावे कर रहे हैं. उन्होंने राहुल गांधी से कहा कि वह इन दावों को प्रूव करें. इसी मामले पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भी बयान जारी किया.
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पिछले साल दिसंबर में किया था दौरा
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अपने X हैंडल पर लिखा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पिछले साल दिसंबर में मेरी अमेरिका यात्रा के बारे में जानबूझकर झूठ बोला. उन्होंने दावा किया कि मैं जो बाइडेन प्रशासन के विदेश मंत्री और NSA यानि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से मिलने गया था.
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका में हमारे महावाणिज्य दूतों की एक सभा की अध्यक्षता भी की गई थी. उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी स्तर पर प्रधानमंत्री के लिए निमंत्रण की चर्चा नहीं की गई. साथ ही उन्होंने याद दिलाया कि हमारे प्रधानमंत्री इस तरह के आयोजनों में शामिल नहीं होते हैं.
भारत का प्रतिनिधित्व आमतौर पर विशेष दूतों की ओर से ही किया जाता है. बता दें कि पिछले साल एस जयशंकर ने अमेरिका दौरा किया था. इस दौरे को लेकर दावा किया गया था कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री के लिए निमंत्रण मांगने गए हैं. अब राहुल गांधी के बयानों ने सियासी गर्मी को बढ़ा दिया है.
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