Delhi Assembly Election : कांग्रेस ने राजधानी में होने वाले चुनाव से पहले घोषणापत्र जारी कर दिया है. इस घोषणापत्र में जाति जनगणना कराने और पूर्वांचलियों समेत कई मुद्दों को शामिल किया गया है.
Delhi Assembly Election : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर कांग्रेस ने बुधवार यानी आज अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. घोषणापत्र जारी करते हुए कांग्रेस ने वादा किया कि अगर वह दिल्ली में सत्ता में आई तो जाति जनगणना कराएगी और पूर्वांचलियों के लिए एक मंत्रालय बनाएगी. घोषणापत्र में कांग्रेस ने जनता को 5 गारंटियां भी दी हैं. वहीं इस दौरान दिल्ली की AAP सरकार पर कांग्रेस ने जमकर हमला बोला है.
घोषणापत्र में कांग्रेस ने किए वादे
यहां बता दें कि घोषणापत्र जारी करते हुए कांग्रेस ने दिल्ली की जनता से कई वादे किए हैं. इसमें सबसे पहले महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये, 25 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा, 500 रुपये में LPG सिलेंडर, मुफ्त राशन किट और घरों के लिए 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने के साथ ही कई अन्य कल्याणकारी लाभ देने का वादा किया है. इसके अलावा हर महीने बेरोजगार युवाओं को 8500 रुपये देने का वादा किया है.
कार्यक्रम में कौन-कौन था शामिल?
इस दौरान कार्यक्रम में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव और पार्टी के कुछ दूसरे वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में चुनावी घोषणापत्र जारी किया गया. घोषणापत्र जारी होने के बाद से जयराम रमेश ने कहा कि आज गारंटी शब्द सभी पार्टी इस्तेमाल कर रही हैं, लेकिन इस शब्द का इस्तेमाल पहले कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक के चुनावों में किया था. हम जनता तक ये संदेश देना चाहते थे कि कांग्रेस पार्टी जो कहती है, वह कर दिखाती है.
कांग्रेस ने गारंटी से बताया रिश्ता
जयराम रमेश ने कहा कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए कांग्रेस पार्टी एक कानून गारंटी के रूप में लाई थी, जो पास हुआ था और उसका नाम राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम था. गारंटी का मतलब जनता का एक अधिकार है. अगर उनसे किए गए वादे पूरे नहीं किए जाएं तो वे कानूनी रास्ता भी अपना सकते हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली के लिए 5 गारंटी दी हैं
यह जनता का घोषणापत्र है
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने घोषणापत्र के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने दिल्ली के लोगों की परेशनियों को सुनकर अपना घोषणापत्र तैयार किया है. घोषणापत्र में हमने दिल्ली के मुद्दों और शहर की जरूरतों को शामिल किया है. राजधानी के युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों, दलितों और वंचित समाज के लिए क्या होना चाहिए- वो सब इसमें शामिल है. हमने अपने घोषणापत्र में पूर्वांचल के लोगों के लिए अलग से मुद्दे शामिल किए हैं और दिल्ली के गांवों के लिए विशेष योजनाएं रखी हैं यह जनता का घोषणापत्र है और इसमें जनता की भावनाएं शामिल हैं.
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