MAHAKUMBH: प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संयम बरतने की अपील की है. योगी ने अफवाहों पर ध्यान न देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि 15 किलोमीटर के दायरे में जो जहां है, वहीं बने घाट पर स्नान करें. संगम वाली जगह पर जाने से बचें.उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासन के नियमों का ध्यान रखें और किसी प्रकार की अफवाह में न आएं.
अखाड़ों में नहीं होगा अमृत स्नान
मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ और भगदड़ की घटना के चलते सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान न करने का एलान किया है. यह एलान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र गिरी ने निरंजन छावनी से किया. अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा जिस तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ है और भगदड़ की घटना सामने आई है उससे अखाड़े ने स्नान न करने का फैसला लिया है.
अखाड़े के वहां जाने से स्थिति और भी बिगड़ सकती थी. मौके से सामने आए वीडियो के अनुसार कुछ महिलाओं और बच्चों को भी चोट लगी है. अभी हालात काबू में है. महाकुंभ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की है. बताया जाता है कि प्रयागराज के संगम तट पर अमृत स्नान से पहले देर रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई.
एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक भगदड़ मचते ही लोग दौड़ने लगे. अभी प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि स्नानार्थियों के लिए कई घाट बनाए गये हैं, जहां सुविधाजनक रूप से स्नान किया जा सकता है. उन्होंने सभी से मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है.
स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा-संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें
सीएम योगी के साथ ही धर्म गुरुओं ने भी श्रद्धालुओं से संयम की अपील की है. स्वामी रामभद्राचार्य ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की कि वे सभी संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें और निकटतम घाट पर स्नान करें. लोग अपने शिविर से बाहर न निकलें. अपनी और एक दूसरे की सुरक्षा करें. उन्होंने वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख संत की हैसियत से सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने का आह्वान किया.
संतों ने कहा- अनुशासन का पालन करते हुए करें स्नान
बाबा रामदेव ने कहा है कि करोड़ों श्रद्धालुओं के इस हुजूम को देखते हुए हमने फिलहाल केवल सांकेतिक स्नान किया है. इसके साथ ही समूचे राष्ट्र और विश्व के कल्याण की कामनाा की गई है. उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हम भक्ति के अतिरेक में न बहें और आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें. वहीं जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने भी कहा कि हमने फिलहाल सांकेतिक स्नान किया है.
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने बताया कि इस वक्त 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में हैं. इतनी बड़ी तादाद में भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल होता है. हमारे साथ लाखों की संख्या में संतों का हुजूम है. हमारे लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है.
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