23 February 2024
सनातन धर्म में व्रत को बेहद महत्व दिया गया है। उपवास के दौरान सात्विक आहार ग्रहण करने की सलाह दी जाती है, जिसके कई नियम और फायदे हैं। धार्मिक मान्यतानुसार व्रत के दौरान सात्विक भोजन खाने से व्रत का प्रभाव बना रहता है। जानते हैं उपवास के दौरान कौन सी चीजें खानी चाहिए और कौन सी नहीं…
सात्विक भोजन का महत्व
जो व्यक्ति व्रत के दौरान सात्विक भोजन ग्रहण करता है उसकी पवित्रता, नियंत्रण और सद्भाव बना रहता है। साथ ही ऐसा भोजन करने से शरीर में पर्याप्त एनर्जी बनी रहती है। इस प्रकार का भोजन बहुत शुद्ध माना गया है जिससे मन की निर्मलता को बनाए रखने में मदद मिलती है। ऐसा मन ध्यान के साथ-साथ आध्यात्मिक अभ्यास के लिए भी बेहद जरूरी है।
सात्विक आहार
सात्विक आहार में मेवा, फल, आलू, मूंगफली, साबूदाना, सिंघाड़े का आटा और मावे की मिठाई आदि शामिल हैं। तली-भुनी चीजों को शुद्ध और सात्विक भोजन में शामिल नहीं किया गया है।
तामसिक आहार
तामसिक आहार में प्याज, लहसुन, मसालेदार चीजें, मांस, मदीरा और खमीर उठी हुई चीजें आती हैं। इनके सेवन से व्यक्ति के मन में भ्रम, भटकाव और जड़ता आती है। साथ ऐसी चीजें खाने से व्यक्ति बहुत कमजोर महसूस करता है।