Bihar Politics: जीतनराम मांझी ने पहले विधानसभा चुनाव के लिए 20 सीटों पर दावेदारी ठोकी थी. इसके बाद खुले मंच से NDA को औकात दिखाने की बात कह दी है.
Bihar Politics: बिहार में इसी साल नवंबर के महीने में विधानसभा के चुनाव हो सकते हैं. इस बीच LJP यानी लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख और BJP यानी भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले NDA के सहयोगी पशुपति कुमार पारस ने RJD प्रमुख राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव से मुलाकात कर बिहार में सियासी गर्मी को बढ़ा दिया है. अब NDA के ही एक और सहयोगी ने NDA के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
बिहार में औकात दिखाने का किया एलान
दरअसल, केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक जीतनराम मांझी ने कुछ दिनों पहले विधानसभा चुनाव के लिए 20 सीटों पर दावेदारी ठोकी थी. इसके बाद खुले मंच से NDA को औकात दिखाने की बात कह दी है. जहानाबाद के एक कार्यक्रम में पहुंचे जीतनराम मांझी ने सोमवार को कह दिया कि झारखंड और दिल्ली के विधानसभा चुनाव में HAM यानी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को सीट नहीं दी गई.
सीटों को लेकर दावेदारी शुरू हो गई है। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी झारखंड और दिल्ली में सीट नहीं मिलने से नाराज है। अब कह रहे हैं कि बिहार में औकात दिखा देंगे। साथ ही यह भी कह रहे कि झारखंड और दिल्ली में हमारे साथ धोखा हुआ है। @jitanrmanjhi @NitishKumar @iChiragPaswan pic.twitter.com/eoAmWyOQo9
— Shri Dhiraj Sharma (Journalist) (@ShriDhiraj) January 20, 2025
उन्होंने NDA के अन्य सहयोगी LJPR यानी लोक जनशक्ति पार्टी- रामविलास और JDU यानी जनता दल यूनाइटेड का बिना नाम लिए कह दिया कि हर जगह औकात के हिसाब से वहां सीट बांटी गई. अगर ऐसा है तो हम भी बिहार में अपनी औकात दिखाएंगे. उन्होंने सीधे तौर पर कह दिया कि झारखंड और दिल्ली वाला धोखा बिहार में नहीं चलेगा. हालांकि, बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि वह NDA से नाराज नहीं हैं, लेकिन अपने सहयोगी से हम सीटों की मांग तो करेंगे ही. इस पूरे मामले पर RJD के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कह दिया कि NDA का कोई ऐसा सहयोगी नहीं, जिसे BJP ने तोड़ा नहीं.
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झारखंड और दिल्ली में सीट न मिलने से भड़के
दरअसल, इस पूरे मामले की वजह है कि HAM पार्टी NDA में शामिल है, लेकिन झारखंड और दिल्ली के चुनावों में HAM को एक भी सीट नहीं दी गई. वहीं, LJPR और JDU को चुनाव में प्राथमिकता मिली है. ऐसे में जीतनराम मांझी ने नाराजगी जाहिर की है. दूसरी ओर, LJP के अध्यक्ष पशुपति पारस ने भी RJD प्रमुख लालू यादव से एक हफ्ते में 3 बार लालू यादव से मुलाकात कर सियासी गर्मी को बढ़ा दिया है.
सबसे पहले 14 जनवरी को पशुपति पारस लालू यादव को दही-चूड़ा भोज का न्योता देने के लिए राबड़ी देवी के आवास पहुंचे थे. इसके बाद पशुपति पारस ने 15 दही-चूड़ा भोज के आयोजन में लालू यादव से मुलाकात की. इस दौरान दोनों ही नेताओं ने LJP के महागठबंधन में शामिल होने की बात पर हामी भरी थी. साथ ही 19 जनवरी को भी दोनों नेताओं के मुलाकात की जानकारी सामने आई है. जानकारी इस बात की भी सामने आ रही है कि बिहार विधानसभा को देखते हुए RJD छोटे सहयोगी दलों से गठबंधन कर अपनी ताकत बढ़ा रही है. ऐसे में BJP के नेतृत्व वाले NDA और नीतीश कुमार को बड़ा झटका लग सकता है.
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