PM On Army Day : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सेना दिवस के मौके पर भारतीय सेना के जवानों को बधाई दी है. उन्होंने दृढ़ संकल्प और समर्पण का प्रतीक बताते हुए उनके अटूट साहस को सलाम किया है.
PM On Army Day : भारत में हर साल 15 जनवरी को थल सेना दिवस मनाया जाता है. यह दिन भारतीय थल सेना के जवानों के बलिदान और देश सेवा के प्रति समर्पण को याद करने के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महाराष्ट्र के पुणे पहुंचे. जहां उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि देश की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले प्रत्येक जांबाज जवान को मैं नमन करता हूं. मां भारती की रक्षा में जुटे हर वीर-वीरांगना को मैं बधाई देता हूं.
आत्मनिर्भर भारत को लेकर बोले पीएम
पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि आज भारत की समुद्री विरासत नेवी के गौरवशाली इतिहास और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए भी बहुत बड़ा दिन है. उन्होंने आगे कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने नौसेना को नया सामर्थ्य और विजन दिया था. आज उनकी इस पावन धरती पर 21वीं सदी की नेवी को सशक्त करने की तरफ हम एक बड़ा कदम उठा रहे हैं. आज भारत पूरे दुनिया और खासकर ग्लोबल साउथ में एक भरोसेमंद और जिम्मेदार साथी के रूप में पहचाना जा रहा है. भारत विस्तारवाद नहीं, भारत विकासवाद की भावना से काम करता है.
आधुनिकता पर भी दिया जोर
इस दौरान पीएम ने भारत के आधुनिकता बारे में बात करते हुए कहा कि 21वीं सदी के भारत का सैन्य सामर्थ्य भी अधिक सक्षम और आधुनिक हो, ये देश की प्राथमिकताओं में से एक है. जल हो, थल हो, नभ हो, deep sea हो या फिर असीम अंतरिक्ष हर जगह भारत अपने हितों को सुरक्षित कर रहा है. इसके लिए निरंतर रिफॉर्म किए जा रहे हैं.
दुश्मन हो सतर्क
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेना दिवस के मौके पर भारतीय नौसेना डॉकयार्ड में 3 युद्धपोत समर्पित किये हैं. इनमें INS सूरत, INS नीलगिरि और INS वाघशीर शामिल हैं. भारत की समुद्री ताकत को मजबूती देने के लिए युद्धपोत काफी मददगार रहेंगे. इस मौके पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज भारत की समुद्री विरासत नेवी के गौरवशाली इतिहास और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए भी बहुत बड़ा दिन है. ये अभियान आगे भी जारी रहेगा.
सेना दिवस का महत्व
यह दिन राष्ट्र की रक्षा करने वाले सैनिकों की बहादुरी को सलाम करता है और उन्हें गर्व का एहसास दिलाता है. भारतीय सेना विविधता में एकता का प्रतीक है, क्योंकि इसमें देश के सभी क्षेत्रों से कार्मिक आते हैं. इस दिन, उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सैनिकों और रेजिमेंटों को वीरता पुरस्कार और यूनिट प्रशस्ति पत्र जैसे पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है.
आखिर 15 जनवरी को ही क्यों मनाते हैं सेना दिवस?
यहां बता दें कि ब्रिटिश राज के बाद भारत के सैन्य इतिहास का महत्वपूर्ण पल था. जनरल करियप्पा ने 15 जनवरी को भारतीय सेना की कमान संभाली थी, इसलिए उस साल से हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है. बता दें कि सेना दिवस के मौके पर दिल्ली के करियप्पा परेड ग्राउंड में भव्य परेड का आयोजन किया जाता है. इसमें भारतीय सेना अपने आधुनिक हथियारों और उपकरणों का प्रदर्शन करते हैं. इसके अलावा इस दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम, सैन्य अभ्यास किया जाता है और सेना के जवानों को वीरता पुरस्कार से नवाजा जाता है. इस मौके पर देशभर में कार्यक्रमों का आयोजन होता है, जहां लोग शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं.