17 February 2024
दिल्ली के अलीपुर फैक्टरी में आग लगने के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस पर एमसीडी का बयान सामने आया है। जिसमें कहा गया है कि जिस फैक्टरी में आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई थी, उसके परिसर में भारी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ रखा हुआ था। घटना को लेकर दर्ज की गई एफआईआर में पुलिस ने ये जिक्र किया है। इसमें ये भी कहा गया कि जिस इमारत में आग लगी, उसका इस्तेमाल अवैध रूप से पेंट मिलाने के लिए किया जा रहा था।
पुलिस के मुताबिक इस मामले में फैक्टरी मालिक के बेटे से भी पूछताछ की जा रही है क्योंकि बृहस्पतिवार को हुई घटना में मालिक की भी मौत हो गई थी।
एफआईआर में कहा गया है कि फैक्टरी में कई मशीन और लोहे के ड्रम थे, जो बाद में जली हुई हालत में पाए गए। पुलिस ने बताया कि सभी 11 मृतकों की पहचान उनके परिवार वालों ने कर ली है। ‘‘शुक्रवार को पहचान के बाद आठ शवों को उनके परिवारों को सौंप दिया गया। जबकि शनिवार को तीन और शवों की पहचान की गई।’’
एक पुलिस अधिकारी ने बताया चूंकि फैक्टरी मालिक अशोक कुमार जैन की खुद आग में जलने से मौत हो गई, इसलिए उनके बेटे अखिल जैन से पूछताछ की जा रही है। उनसे 2017 से चल रही फैक्टरी से संबंधित जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा गया है। पुलिस का कहना है कि वो अलीपुर के दयाल मार्केट इलाके में चल रही दूसरी फैक्ट्रियों की भी पड़ताल करेगी।
आपको बता दें कि बाहरी दिल्ली के अलीपुर इलाके में बृहस्पतिवार शाम एक पेंट फैक्टरी में आग लगने से 11 लोगों की मौत हुई और चार लोग घायल हुए थे। हादसे के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मरने वालों के परिवार वालों के लिए 10-10 लाख रुफए के मुआवज़े का ऐलान किया था जबकि गंभीर रुप से झुलसे हुए लोगों के लिए 2-2 लाख और जिनको मामूली चोटें आई थी उनके लिए 20-20 हज़ार के मुआवजें का ऐलान किया था। सीएम ने मामले में जांच के आदेश देने की भी बात कही थी।