India-Afghanistan Relation: विक्रम मिसरी ने इस बैठक के दौरान कहा कि भारत सरकार अफगानिस्तान की विकास परियोजनाओं में शामिल होने पर विचार करेगा.
India-Afghanistan Relation: भारत ने कुछ ऐसा कर दिया है, जिससे पाकिस्तान की टेंशन बढ़ सकती है. भारत सरकार और अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के बीच पहली बार उच्च स्तर पर मुलाकात हुई है. भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी से मिलकर सभी को चौंका दिया है. यह मुलाकात दुबई में हुई है. बता दें कि कुछ दिनों पहले भारत ने अफगानिस्तान में पाकिस्तानी हवाई हमलों की कड़ी निंदा की थी. ऐसे में यह मुलाकात अहम मानी जा रही है.
भारत की सुरक्षा को लेकर तालिबान ने जताई चिंता
MEA यानी भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में इस बात की जानकारी दी गई है. भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इस बैठक के दौरान कहा कि भारत सरकार अफगानिस्तान की विकास परियोजनाओं में शामिल होने पर विचार करेगा. साथ ही इस बैठक में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री ने भारत की सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर अपनी संवेदनशीलता जताई.
इसके साथ ही अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने चाबहार बंदरगाह के उपयोग को बढ़ावा देने पर भी सहमति जताई है. बता दें कि उच्चस्तरीय वार्ता को पहली बार दोनों देशों ने सार्वजनिक किया है. बता दें कि भारत सरकार ने अभी तक तालिबान को मान्यता नहीं दी है. इसके अलावा भारत सरकार जोर दे रही है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं किया जाना चाहिए.
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अफगानिस्तान में मौजूद हैं पाकिस्तान संबंधी आतंकी
भारत इसके अलावा अफगानिस्तान में LET यानी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और JEM यानी जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों से संबंधित आतंकी संगठनों को लकर भी चिंता जता रहा है. ऐसे में यह बातचीत अहम मानी जा रही है. इसके अलावा भारत सरकार पिछले कुछ वर्षों से अफगानिस्तान को मानवीय सहायता प्रदान कर रहा है.
भारत ने अब तक 50,000 मीट्रिक टन गेहूं, 300 टन दवाइयां, 27 टन भूकंप राहत सहायता, 40 हजार लीटर कीटनाशक, 100 मिलियन पोलियो खुराक, 1.5 मिलियन कोविड वैक्सीन, नशा मुक्ति के लिए 11,000 यूनिट किट और 1.2 टन स्टेशनरी किट शामिल हैं. बयान में MEA की ओर से यह भी कहा गया है कि अफगान मंत्री ने अफगानिस्तान के लोगों के साथ संपर्क बनाए रखने और उन्हें समर्थन देने के लिए भारतीय नेतृत्व की सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया.
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