15 Feb 2024
पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एस. वाई. कुरैशी ने कहा कि चुनावी बॉण्ड योजना को रद्द करने वाला सुप्रीम कोर्ट का फैसला लोकतंत्र के लिए एक बड़ा वरदान है। कुरैशी ने कहा कि इससे लोकतंत्र में लोगों का विश्वास बहाल होगा। ये पिछले पांच-सात सालों में सुप्रीम कोर्ट से हमें मिला सबसे ऐतिहासिक फैसला है। उन्होंने कहा हम सभी पिछले कई सालों से परेशान थे। लोकतंत्र को चाहने वाला हर कोई इसका विरोध कर रहा था। मैंने खुद कई लेख लिखे, कई बार मीडिया से बात की और हमने जो भी मुद्दा उठाया, फैसले में उसका निपटारा किया गया है।
सभी पार्टियों को कोष की होती है जरूरत
वहीं, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि मैंने सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ा नहीं है। मुझे पूरा मामला मालूम नहीं है, लेकिन चुनावी बॉन्ड योजना के जरिए राजनीतिक दलों को चंदा देने के लिए एक अच्छा तरीका पेश किया गया था, क्योंकि सभी पार्टियों को कोष की जरूरत होती है। इसमें ये हो सकता था कि अगर इसमें कुछ कमियां हों, तो इन्हें दूर किया जाएगा, लेकिन बीजेपी की नेता ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को फंड की जरूरत होती है। इसीलिए चुनावी बॉन्ड योजना पार्टियों के फंड के इंतजाम के लिए लाई गई थी। उन्होंने कहा अगर सुप्रीम कोर्ट चुनावी बॉन्ड योजना के बारे में कुछ कहता है, तो ऊपर के लोग सोचेंगे।