Farmer Protest : पंजाब में किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र का विरोध करने के लिए रेल रोको आंदोलन किया. इस दौरान किसान नेता ने कहा कि पंजाब के किसानों की आवाज को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
Farmer Protest : पंजाब के मुक्तसर में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान यूनियन की तरफ से बुधवार को केंद्र पर दबाव बनाने के लिए तीन घंटे तक ‘रेले रोको’ आंदोलन किया. साथ ही किसानों ने कई जिलों में रेल यात्रा को बाधित किया. यह आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से किया गया है. राज्य के कई जिलों में किसान 12 से 3 बजे तक पटरियों पर बैठे रहे.
किसानों को नजरअंदाज नहीं कर सकती केंद्र
SKM नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पंजाब के किसानों की आवाज को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं. जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरी नहीं करती है तब तक हमारा विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा. किसानों ने जिन स्थानों पर रेल रोको आंदोलन को कामयाब बनाया उनमें मुख्य रूप से गुरदासपुर में मोगा, फरीदकोट, फिरोजपुर में मक्खू, लंधर में फिल्लौर, दियां और बटाला, होशियारपुर में टांडा, दसूया, माहिलपुर, तलवंडी भाई,लुधियाना में साहनेवाल, पटियाला में शंभू, मोहाली और संगरूर में सुनाम और लहरा शामिल हैं.
केंद्र पर दबाव बनाने के लिए किसान आंदोलित
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं और केंद्र सरकार से लगातार अपने विभिन्न मांगों को पूरी करने के लिए आवाज उठा रहे हैं. वहीं, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी सीमा बिंदुओं पर डेला डाले हुए हैं, क्योंकि सुरक्षा बलों ने दिल्ली जाने से रोक दिया. लेकिन पिछले तीन हफ्ते से आंदोलन पर बैठे डल्लेवाल केंद्र पर किसानों की मांगों को स्वीकार करने का दबाव बनाया जा सके.
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