Home National बंगाल में ‘आलू’ बना मुसीबत, कोल्ड स्टोरेज के मालिकों के साथ किसानों की बढ़ी चिंता, पढ़ें पूरा मामला

बंगाल में ‘आलू’ बना मुसीबत, कोल्ड स्टोरेज के मालिकों के साथ किसानों की बढ़ी चिंता, पढ़ें पूरा मामला

by Divyansh Sharma
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West Bengal Potato Crisis: WBCSA यानी पश्चिम बंगाल कोल्ड स्टोरेज संस्था ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि आलू की सप्लाई रोकने से बहुत बड़ी मुसीबत बन सकती है.

West Bengal Potato Crisis: पश्चिम बंगाल में आलू की सप्लाई को लेकर विवाद छिड़ गया है. WBCSA यानी पश्चिम बंगाल कोल्ड स्टोरेज संस्था ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि आलू की सप्लाई रोकने से बहुत बड़ी मुसीबत बन सकती है. साथ ही उन्होंने कहा है कि अंतरराज्यीय सीमा पर आलू की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने से भारी नुकसान हो रहा है. उन्होंने इसका कारण बताया है कि आलू की खपत बढ़ गई है.

आलू व्यापारियों को हो सकता है नुकसान

दरअसल, कुछ दिनों पहले पश्चिम बंगाल की सरकार ने अंतरराज्यीय आलू की सप्लाई पर रोक लगा दी है. पश्चिम बंगाल सरकार में कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना ने कुछ दिनों पहले कहा था कि पश्चिम बंगाल में आलू की किल्लत चल रही है. इस पर WBCSA ने राज्य सरकार से कहा कि प्रतिबंध से आलू व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है.

पश्चिम बंगाल में सभी सक्रिय कोल्ड स्टोरेज का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था WBCSA ने बताया कि राज्य में आलू का व्यापार 60:40 के अनुपात पर होता है. इसमें 40 प्रतिशत का व्यापार आमतौर पर अन्य राज्यों के साथ किया जाता है. इसमें झारखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे राज्य शामिल हैं. ऐसे में दावा किया जा रहा है कि आलू की आपूर्ति कम होने से खुदरा बाजार में आलू की कीमतों में बढ़ोतरी भी हो सकती है.

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कोल्ड स्टोरेज में आलू के स्टॉक में बढ़ोतरी

एसोसिएशन ने कहा कि राज्य में आलू की व्यापार पर रोक लगाने से बांकुरा, मेदिनीपुर और बर्धमान और हुगली के कुछ हिस्सों में आलू की अधिकता अधिक हो गई है. ऐसे में एसोसिएशन ने चिंता जताते हुए कहा कि आलू की खराब होने की संभावना अधिक हो गई है. अगर आलू सड़ गया, तो किसानों को बहुत बड़ा नुकसान होगा. कोल्ड स्टोरेज में भी नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है.

आलू के बड़े स्टॉक के बिना इस्तेमाल के पड़े रहने के कारण वित्तीय रूप से भी भारी नुकसान हो रहा है. दिसंबर के अंत में नई फसल आने तक कोल्ड स्टोरेज में आलू के स्टॉक को कम करना होगा, अगर ऐसा नहीं हुआ, तो नई फसलें भी खराब होंगी. बता दें कि राज्य सरकार ने दिसंबर के अंत तक आलू के व्यापार पर रोक लगाई है. ऐसे में किसानों और कोल्ड स्टोरेज मालिकों की चिंताएं बढ़ गई हैं.

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