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Rohan Jaitley कौन हैं, जो अपने पिता की तरह कमा रहे दिल्ली की राजनीति में नाम, दिग्गज नेता को दी मात

by JP Yadav
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Rohan Jaitley कौन हैं, जो अपने पिता की तरह कमा रहे दिल्ली की राजनीति में नाम

Rohan Jaitley re elected as DDCA president: रोहन जेटली ने एक बार फिर दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है. उन्होंने भारत के पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद को चुनाव में मात दी.

Rohan Jaitley re-elected as DDCA president: दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) चुनाव 2024 में रोहन जेटली ने फिर बाजी मारी है. रोहन जेटली अपने प्रतिद्वंद्वी कीर्ति आजाद को आसानी से हराकर फिर से DDCA अध्यक्ष चुने गए हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के बेटे रोहन (30) ने अध्यक्ष पद की दौड़ में 1,577 वोट हासिल किए, जबकि कीर्ति आजाद को 777 वोट मिले, जो 3 साल के कार्यकाल के साथ आता है. उनके पिता 14 साल तक DDCA अध्यक्ष रहे थे. बहुत कम लोग जानते होंगे कि वर्ष 2020 में रजत शर्मा के अपने कार्यकाल के बीच में इस्तीफा देने के बाद रोहन निर्विरोध चुने गए थे. एक साल बाद उन्होंने अधिवक्ता विकास सिंह को हराकर पूरे तीन साल तक पद पर बने रहने का दावा किया.

सीके खन्ना के साथ ने की जीत आसान

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, रोहन जेटली ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर और लोकसभा सांसद कीर्ति आजाज को आसानी से हराकर लगातार तीसरी बार दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) का अध्यक्ष पद हासिल किया है. कुल 3748 सदस्यों में से 2,413 वोट डाले गए थे. रोहन को जीत हासिल करने के लिए 1,207 वोटों की आवश्यकता थी. रोहन ने ये वोट आसानी से हासिल कर लिए, क्योंकि रोहन को बीसीसीआई के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना का समर्थन प्राप्त था. सीके खन्ना की बात करें तो उन्हें दिल्ली क्रिकेट में एक प्रभावशाली व्यक्ति माना जाता है, क्योंकि उनके पास 1,000 से अधिक वोट हैं.

3 साल के लिए हुआ है चुनाव

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सीके खन्ना की बेटी शिखा कुमार (1,246 वोट) ने राकेश कुमार बंसल (536) और सुधीर कुमार अग्रवाल (498) को हराकर उपाध्यक्ष पद पर दावा किया. वहीं अशोक शर्मा (893) सचिव बने, जबकि हरीश सिंगला (1328) कोषाध्यक्ष पद के लिए चुने गए और अमित ग्रोवर (1189) ने संयुक्त सचिव पद जीता. वहीं, आनंद वर्मा (985), मंजीत सिंह (1050), नवदीप एम (1034), श्याम शर्मा (1165), तुषार सैगल (926), विकास कत्याल (1054), विक्रम कोहली (939) ने निदेशक पद के लिए दावा किया, जिसके लिए हर साल चुनाव होते हैं. वहीं, सभी पदाधिकारियों का चुनाव तीन साल के कार्यकाल के लिए किया जाता है.

कीर्ति आजाद ने लगाए थे कई गंभीर आरोप

यहां पर बता दें कि 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य आजाद ने चुनावों से पहले डीडीसीए में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि डीडीसीए ने फ्लडलाइट्स लगाने पर 17.5 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि अहमदाबाद में बहुत बड़े नरेंद्र मोदी स्टेडियम ने 7.5 करोड़ रुपये में यही काम किया. उन्होंने मौजूदा डीडीसीए प्रशासन पर पिछले वित्तीय वर्ष में बीसीसीआई से प्राप्त लगभग 140 करोड़ रुपये का केवल एक अंश खर्च करने का भी आरोप लगाया था. गौरतलब है कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस पार्टी के लिए बर्धमान-दुर्गापुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.

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