BMC Election 2025: महाराष्ट्र में अगले साल होने वाले बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इस बीच डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने इसको लेकर अपना रूख साफ कर दिया है.
BMC Election 2025: महाराष्ट्र में अगले साल होने वाले बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनावों के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं. ऐसे में तैयारियों को लेकर शिवसेना पदाधिकारियों, विधायकों और सांसदों के साथ बैठक की. इस बैठक में डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने अपना रूख साफ कर दिया है. उन्होंने कहा कि शिवसेना महायुति गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. यह बैठक एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में की गई है जिसमें शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों ने सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के दूसरे सबसे बड़े घटक दल को मजबूत करने पर अपने विचार रखे.
विधायक ने दिया बयान
इस मुद्दे पर बात करते हुए शिवसेना के एक विधायक ने कहा कि विधायकों ने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी को बूथ स्तर पर काम करना चाहिए और मुंबई में संगठन को मजबूत करने के प्रयास किए जाने चाहिए. वहीं, दूसरे विधायक ने कहा कि देश के सबसे अमीर नागरिक निकाय के चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर भी विचार-विमर्श किया गया, जिसका वर्ष 2024-25 का बजट लगभग 60,000 करोड़ रुपये था.
विधानसभा चुनाव का दिया तर्क
बैठक में एकनाथ शिंदे ने सरकार का पक्ष लेते हुए कहा कि उनकी सरकार ने मुंबई के विकास के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं, जैसे सड़कों को गड्ढामुक्त बनाना, सफाई अभियान चलाना और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना. उन्होंने आगे कहा कि महायुति सरकार के कार्यों का असर राज्य विधानसभा चुनावों में भी दिखा, जहां गठबंधन ने मुंबई की 36 में से 22 सीटों पर जीती हासिल की.
विपक्ष पर निशाना
इसके साथ ही एकनाथ शिंदे ने विपक्षी नेता उद्धव ठाकरे पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने उद्धव ठाकरे को घेरे में लेते हुए कहा कि पहले की शिवसेना ने BMC के 25 साल के शासन में वह काम नहीं किया जो करना चाहिए था. इसके साथ ही पार्टी के विधायकों और पदाधिकारियों ने सुझाव दिया कि संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत करने और प्रत्येक वार्ड में सदस्यता अभियान चलाने की भी जरूरत है.
पिछले चुनावों के आंकड़े
BMC देश की सबसे अमीर नगर निगम में से एक है. उनका साल 2024-25 का बजट करीब 60,000 करोड़ रुपये रहा है. पार्टी का मानना है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में मिली सफलता को BMC चुनावों में भी दोहराया जा सकता है. वहीं, पिछले चुनाव के प्रतिनिधियों का कार्यकाल मार्च 2022 में खत्म हो गया और अब लगभग तीन साल बाद चुनाव होने जा रहे हैं.
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