12 Feb 2024
देश की राजधानी दिल्ली में 13 फरवरी को किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। साथ ही यातायात पाबंदियां लागू की गई हैं। वाहनों को रोकने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर कंक्रीट बिछा दिया गया है। साथ ही सड़क पर किलेबंदी कर दी गई है। सोमवार को सुबह दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में यातायात की आवाजाही पर असर पड़ा। जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है।
विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस ने 5 हजार से ज्यादा सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है। जबकि सड़कों को बंद करने के लिए क्रेन और भारी वाहनों को तैनात किया है। अधिकारियों के मुताबिक किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए सड़कों पर कंटीले तार बिछाए गए हैं। ताकि अगर प्रदर्शनकारी किसान वाहनों पर सवार होकर शहर में आए तो वाहनों के टायर पंक्चर हो जाए। इस बीच, उत्तरपूर्वी दिल्ली में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता सीआरपीसी की धारा 144 लागू की गई है।
वहीं, तीन केंद्रीय मंत्रियों का एक दल किसान नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बात करेगा, जो दिल्ली की तरफ मार्च करने की योजना बना रहे हैं। लेकिन इस बीच, मार्च में शामिल होने के लिए पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से ट्रैक्टर-ट्रॉली के काफिले पहले ही निकल चुके हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय किसान नेताओं के साथ उनकी मांगों को लेकर दूसरे दौर की बात चंडीगढ़ में करेंगे। बैठक शाम 5 बजे सेक्टर 26 के ‘महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन’ में होगी।
यूपी, हरियाणा और पंजाब के ज्यादातर किसान संघों ने फसलों के लिए एमएसपी की गारंटी को लेकर 13 फरवरी को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने रविवार को सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। रविवार को हरियाणा और यूपी से लगती शहर की सीमाओं का दौरा किया।