Farmer Protest: अपनी मांगों को लेकर किसान टस से मस होने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
Farmer Protest: शंभू बार्डर से देश की राजधानी दिल्ली के लिए किसानों ने अपना पैदल मार्च फिर से शुरू कर दिया है. इस दौरान 101 किसानों का ‘जत्था’ शंभू बॉर्डर से रविवार की दोपहर 12 बजे दिल्ली के लिए कूच कर चुका है. किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस के जवान पूरी तरह से तैयार हैं. इसके लिए भारी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है.
शंभू बॉर्डर पर तैनात पुलिस
अपनी मांगों को लेकर पंजाब के शंभू बॉर्डर पर मौजूद किसानों ने दोपहर 12 बजे दिल्ली कूच किया. इस दौरान उन्हें रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई. किसानों के जत्थे को हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग पर रोक दिया. इसके साथ पंजाब-हरियाणा सीमा पर उन्हें रोकने वाले सुरक्षाकर्मियों की ओर से आंसू गैस के गोले छोड़े गए. इसकी वजह से उनमें से कुछ किसानों के घायल होने की खबर भी सामने आ रही है.
सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने लगाए आरोप
इस दौरान शिवसेना (UBT) नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी केंद्र सरकार पर हमलावर दिखीं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान और गृह मंत्री अमित शाह पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि भाजपा सरकार किसानों के खिलाफ है. सरकार ने बहुत सारे वादे किए लेकिन एक भी पूरा नहीं किया. वे तीन कृषि कानून लेकर आए और जब किसानों ने फिर से अपनी मांग दोहराई तो उन्हें भारत विरोधी, आतंकवादी, खालिस्तानी समर्थक और पाकिस्तानी समर्थक कहा जा रहा है. सरकार ने MSP का वादा किया गया था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गय, इसलिए किसान फिर से विरोध कर रहे हैं. इसके लिए किसानों को कई तरीकों से रोका जा रहा है. उन पर आंसू गैस छोड़े जा रहे हैं, यह केवल इसलिए है क्योंकि भाजपा अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है.
किसान नेता तेजवीर सिंह का बयान
गौरतलब है कि इस मुद्दे पर बात करते हुए किसान नेता तेजवीर सिंह ने कहा कि किसानों का ‘जत्था’ राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च करेगा. वहीं, दूसरी तरफ पंजाब के किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि उन्हें अपने मुद्दों के समाधान के लिए केंद्र से कोई संदेश नहीं मिला है. किसानों ने पहले कहा था कि उन्होंने सरकार से अपील की है कि या तो प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत करें या हमें दिल्ली जाने की अनुमति दें.
किसानों की मांग
MSP के अलावा, किसान कृषि ऋण माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं, किसानों के खिलाफ पुलिस मामलों को वापस लेने और 2021 के लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय की भी मांग कर रहे हैं.
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