09 February 2024
श्रीरामजन्मभूमि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो चुका है। 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भी पूरा हो चुका है। ऐसे में देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस भव्य एवं ऐतिहासिक मंदिर के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर में श्रद्धालुओं के सैलाब को देखते हुए हर दिन करीब 14 घंटे दर्शन की व्यवस्था की जा रही है।
इस वजह से लिया फैसला
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ‘न्यास ‘के सेक्रेटरी चम्पत राय के मुताबिक, 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए, हर दिन 14 घंटे दर्शन की व्यवस्था की गई है। हालांकि, इस बात को लेकर कई लोगों का मानना है कि 5 साल के बच्चे के रूप में पूजे जाने वाले भगवान श्री राम को आराम की भी जरूरत होती है। सेक्रेटरी चम्पत राय ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ‘फिलहाल अयोध्या राम मंदिर में रोजाना लगभग 1 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं और 24 जनवरी से यहां रोजाना 14 घंटे दर्शन की व्यवस्था जारी है।’
भगवान को आराम की जरूरत!
चम्पत राय ने आगे कहा, ‘बहुत से लोग कह रहे हैं कि भगवान राम के बालक रूप को दिन में अच्छे विश्राम की आवश्यकता है। ऐसे में ज़रा सोचिए, बालक रूप को रोजाना 14 घंटे तक जगाना कितना सही है।’ सेक्रेटरी राय ने ये भी बताया कि साल 2025 तक मंदिर निर्माण का बाकी काम भी खत्म होने का अनुमान है। इसके अलावा अयोध्या राम मंदिर में गाड़ियों की पार्किंग और श्रद्धालुओं के लिए किफायती किराए का भी इंतजाम किया जाएगा।