Bangladesh Iskcon Priest Arrest: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने देशद्रोह के आरोप में इस्कॉन के धर्मगुरु चिन्मय दास को गिरफ्तार किया है.
Bangladesh Iskcon Priest Arrest: तख्तापलट के बाद बांग्लादेश भी अब पाकिस्तान के नक्शेकदम पर चलने लगा है. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने देशद्रोह के आरोप में इस्कॉन मंदिर के धर्मगुरु और प्रमुख हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार करने के बाद अब उन्हें जमानत देने से भी इन्कार कर दिया है.
24 घंटे तक हिरासत में रखने का आदेश
दरअसल, बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर के धर्मगुरु और प्रमुख हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को सोमवार को ढाका के हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से चटगांव जाते समय गिरफ्तार कर लिया गया था. गिरफ्तार करने के बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के कोर्ट में लाया गया.
सुनवाई के दौरान चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की ओर से पेश वकील ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट से कहा कि वह चिन्मय कृष्ण दास के साथ ही उनके लिए भी गिरफ्तारी का वारंट जारी करें. कोर्ट में बहस पूरी होने के बाद मजिस्ट्रेट ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की जमानत याचिका को खारिज कर दिया.
मजिस्ट्रेट ने कहा कि चिन्मय कृष्ण दास को बंदरगाह शहर के बाहर से गिरफ्तार किया गया है. ऐसे में कानून के अनुसार उन्हें 24 घंटे तक न्यायिक हिरासत में रखा जाना जरूरी है. इस दौरान कई वकील और उनके गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.
चिन्मय कृष्ण दास ने गिरफ्तारी के दौरान कहा कि हम राज्य और सरकार के खिलाफ नहीं हैं. हम राज्य का हिस्सा हैं और राज्य को अस्थिर करने और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को नष्ट करने के लिए कुछ भी नहीं करेंगे.
यह भी पढ़ें: बांग्लादेश बना पाक! पीएम आवास तक पहुंची भीड़; हिंसक झड़प के बीच सीधे गोली मारने का आदेश
गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में प्रदर्शन
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में कई जगहों पर प्रदर्शन भी देखने को मिला. ढाका और बंदरगाह शहर में प्रदर्शनकारियों ने जमकर विरोध किया. पुलिस और BGB बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के जवानों ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के लिए ग्रेनेड दागे और लाठियां भी बरसाई.
इस दौरान चिन्मय कृष्ण दास ने हाथ जोड़कर अपने समर्थकों से शांत रहने की अपील की. बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की BNP यानी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के एक नेता की शिकायत पर 30 अक्टूबर को चटगांव के थाने में चिन्मय कृष्ण दास समेत 19 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
शिकायत में कहा गया कि उन्होंने 25 अक्टूबर को एक रैली के दौरान लालदिघी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया है. इस बीच भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि चोरी, तोड़फोड़ और देवी-देवताओं और मंदिरों को अपवित्र वाले खुले घूम रहे हैं और स्वतंत्रता की मांग की है.
यह भी पढ़ें: यूक्रेन को तबाह करने पर अड़ा नॉर्थ कोरिया! रूस के लिए बनाया ’11 फरवरी’ का प्लान, US भी हैरान
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram