Farmers Protest: SKM और किसान मजदूर मोर्चा की संयुक्त बैठक में छह दिसंबर को एक साथ देश की राजधानी दिल्ली कूच करने का निर्णय लिया गया है.
Farmers Protest: किसानों को लेकर एक बार फिर से बड़ी जानकारी सामने आ रही है. SKM यानी संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने सोमवार (18 नवंबर) को बहुत बड़ा एलान किया है.
संगठन की ओर से कहा गया है कि धरने पर बैठे किसान फिर से देश की राजधानी दिल्ली की तरफ कूच करेंगे. इसके लिए उन्होंने छह दिसंबर की तारीख तय की है.
शंभू और खनौरी सीमा पर डटे हैं किसान
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने बड़ा एलान किया है. दोनों संगठनों के नेताओं ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि किसान छह दिसंबर को देश की राजधानी दिल्ली की ओर कूच करेंगे. इस दौरान किसान प्रमुख मांगों को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाएंगे.
इसमें किसान नेताओं की ओर से MSP की कानूनी गारंटी, किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेना, लखीमपुर खीरी मामले के दोषियों को सजा और पीड़ितों को न्याय, किसानों के पूरे कर्ज की माफी, किसानों को पेंशन और विद्युत संशोधन विधेयक-2020 को रद्द कराने की मांग की जा रही है.
बता दें कि इन मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी किसान 13 फरवरी से दिल्ली की ओर आने वाले पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर लगातार डटे हुए हैं. इस दौरान सीमाओं पर भारी तनाव भी देखने को मिला था.
यह भी पढ़ें: Delhi में वायु प्रदूषण बेकाबू! लागू हुआ GRAP-4, जानें राजधानी में क्या-क्या लगी पाबंदियां?
26 नवंबर से शुरू होगा आमरण अनशन
अब किसान नेताओं ने SKM और किसान मजदूर मोर्चा की संयुक्त बैठक में दिल्ली कूच करने का निर्णय लिया गया है. इस दौरान सभी किसान शंभू बॉर्डर से जत्थों में राष्ट्रीय राजधानी की ओर बढ़ेंगे.
मीडिया कर्मियों से बात करते हुए किसान मजदूर मोर्चा नेता सरवन सिंह पंढेर ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि लंबे इंतजार के बाद उन्होंने फिर से दिल्ली जाने का फैसला लिया है. किसानों की मांगों पर चर्चा न करने के लिए सरवन सिंह पंढेर ने केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना भी की.
वहीं, भारतीय किसान यूनियन (शहीद भगत सिंह) के नेता तेजवीर सिंह ने भी बड़ा बयान देते हुए कहा कि वह 280 दिनों से हरियाणा-पंजाब की दोनों सीमा पर डेरा डाले हुए हैं.
उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार ने 18 फरवरी के बाद से एक बार भी उनसे कोई बातचीत नहीं की. बता दें कि किसान नेताओं ने पिछले हफ्ते ही घोषणा करते हुए कहा था कि वह अपना आंदोलन तेज करेंगे. साथ ही 26 नवंबर से आमरण अनशन भी शुरू करेंगे.
यह भी पढ़ें: Manipur में हालात बेकाबू, 13 मंत्री-MLA के घरों को किया आग के हवाले, केंद्र ने उठाया बड़ा कदम
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram