Russia-Ukraine War: डोनाल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को पदभार ग्रहण से दो महीने पहले जो बाइडेन ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलों के उपयोग की अनुमति दे दी है.
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 2 साल से जारी युद्ध अब निर्णायक स्थिति में पहुंच चुका है. इस बीच अमेरिका ने बहुत बड़ा फैसला लिया है.
इस फैसले से तीसरे विश्व युद्ध की आहट आनी शुरू हो गई है. दरअसल, नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को पदभार ग्रहण से दो महीने पहले जो बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन को रूस के अंदर लंबी दूरी की मिसाइलों के उपयोग की अनुमति दे दी है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने किया दावा
इस बात की पुष्टि खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कर दी है. उन्होंने अपने X हैंडल पर इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने अपने एक X पोस्ट में कहा कि मैं अपने सभी भागीदारों का बहुत आभारी हूं, जो वायु रक्षा प्रणालियों और मिसाइलों के साथ हमारा समर्थन करते हैं.
उन्होंने कहा कि रूस के हमले बार-बार इस बात को सोचने पर मजबूर करते हैं कि पैट्रियट मिसाइल सिस्टम जैसे सिस्टम को गोदामों में खराब न होने दें. लोगों की जीवन की रक्षा के लिए इनकी तत्काल आवश्यकता है.
साथ ही उन्होंने दावा किया कि हमें अभी भी अपने सहयोगियों यानी NATO देशों से सभी जरूरी सिस्टम नहीं मिले हैं, लेकिन हम इसके लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं. पैट्रियट मिसाइल सिस्टम स्थापित हो जाने के बाद रूस को पीछे धकेलने की हमारी क्षमता बहुत मजबूत हो जाएगी.
साथ ही उन्होंने कहा कि लंबी दूरी की मिसाइलों को लेकर मीडिया में बताया जा रहा है कि हमें रूस पर बड़े हमले के लिए इनकी स्वीकृति मिल गई है, लेकिन हमले शब्दों से नहीं किए जाते. मिसाइलें खुद ही बोलती हैं.
यह भी पढ़ें: Russia Ukraine War: जानें रूस के खिलाफ किन हथियारों को चलाने की अनुमति मांग रहा Ukraine?
डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने कही बड़ी बात
इस जानकारी के सामने आने के बाद ही नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने बड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने अपने X हैंडल पर लिखा कि ऐसा लगता है कि मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स यह सुनिश्चित करना चाहता है कि मेरे पिता को विश्व में शांति स्थापित करने का मौका मिलने से पहले ही वह तीसरा विश्व युद्ध शुरू करना चाहते हैं.
बता दें कि रविवार को न्यूयॉर्क टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के अंदर हमला करने के लिए अमेरिका की ओर से दी गई ATACMS यानी आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम, SCALP और स्टॉर्म शैडो मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति दे दी है.
हालांकि, अभी तक इस मामले पर अमेरिका, फ्रांस या ब्रिटेन की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. सूत्रों का दावा है कि यूक्रेन आने वाले दिनों में अपना पहली लंबी दूरी की मिसाइल से हमला करने की योजना बना रहा है. बताया यह भी जा रहा है कि नॉर्थ कोरियाई सैनिकों की तैनाती को तोड़ने के लिए अमेरिका ने यह फैसला लिया है.
वहीं, रूस के फेडरेशन काउंसिल के वरिष्ठ सदस्य आंद्रेई क्लिशास ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर कहा कि पश्चिमी देशों ने तनाव बढ़ाने का निर्णय लिया है कि इससे सुबह तक यूक्रेनी राज्य का दर्जा पूरी तरह से बर्बाद हो सकता है.
यह भी पढ़ें: मणिपुर के बाद सुलगेगा ये राज्य! अलगाववादियों ने दी हथियार उठाने की धमकी, टेंशन में सरकार
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram