Jhansi Medical College Fire: जांच कमेटी को 7 दिनों के अंदर अपनी सौंपनी होगी. NHRC यानी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है.
Jhansi Medical College Fire: उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के NICU यानी नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में आग लगने से 10 बच्चों की मौत के मामले पर सरकार सख्त है.
झांसी अग्निकांड की जांच के लिए सरकार ने चार सदस्यीय समिति का गठन किया है. जांच कमेटी को 7 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी. वहीं, इस मामले पर NHRC यानी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब किया है.
NHRC ने भी मांगी सरकार से विस्तृत रिपोर्ट
चिकित्सा स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक चार सदस्यीय समिति चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण महानिदेशक की अध्यक्षता में महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के NICU में आग लगने की मामले की जांच करेगी.
इस कमेटी में डायरेक्टर ऑफ मेडिकल हेल्थ सर्विस, एडिशनल डायरेक्टर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी ऑफ मेडिकल हेल्थ सर्विस और डायरेक्टर जनरल ऑफ फायर सर्विस की तरफ से चुना गया एक अधिकारी शामिल होगा.
चिकित्सा स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा की तरफ से जारी आदेश में आग लगने के कारणों की जांच करने का आदेश दिया गया है. हालांकि, अभी तक प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने की बात सामने आई है.
इसके अलावा NHRC ने इस घटना को परेशान करने वाला बताया है. साथ ही मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा है कि इस तरह का हादसा घोर लापरवाही को दर्शाता है.
साथ ही कहा है कि इस मामले में मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हुआ है. इसके बाद राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में NHRC ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
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शुक्रवार की रात NICU में लगी थी आग
बता दें कि झांसी के जिला मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार ने शनिवार को बताया कि बुंदेलखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के NICU में शुक्रवार की रात करीब 10:30 बजे आग लग गई थी.
NICU में लगी आग ने देखते ही देखते ही विकराल रूप धारण कर लिया, जिसमें कई बच्चे भी चपेट में आ गए. प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट के कारण ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लगने की बात सामने आई है.
आग के फैलने के कारण अंदर वाले यूनिट में गंभीर नुकसान हो गया. NICU में उस वक्त 50 से ज्यादा नवजात बच्चों को देख-रेख के लिए रखा गया था. ऐसे में आग लगने की वजह से 10 मासूमों ने दम तोड़ दिया.
वहीं, 16 नवजात बच्चे घायल हो गए. आग लगने की वजह से मौके पर चीख-पुकार मच गई और घटनास्थल पर मौजूद लोगों और नर्सिंग स्टाफ ने आग से बच्चों को बचाना शुरू किया.
इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को बड़े निर्देश दिए हैं. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि इस गंभीर घटना के लिए तीन स्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं.
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