Jhansi Medical College Fire: NICU में 10 बच्चों की मौत पर CM योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए तीन स्तरीय जांच और पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे के आदेश दिए हैं.
Jhansi Medical College Fire: उत्तर प्रदेश के झांसी से शुक्रवार की रात दिल दहला देने वाली घटना सामने आई.
राज्य के बुंदेलखंड क्षेत्र के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के NICU यानी नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में आग लगने से 10 बच्चों की मौत ने सभी को स्तब्ध कर दिया.
इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए तीन स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख जताया है. वहीं, मुआवजे का भी एलान किया गया है.
50 से ज्यादा नवजात बच्चों को रखा गया था
झांसी के जिला मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार से मिली जानकारी के मुताबिक बुंदेलखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के NICU में शुक्रवार की रात करीब 10:30 बजे आग लग गई.
NICU में लगी आग ने देखते ही देखते ही विकराल रूप धारण कर लिया. प्रारंभिक जांच के मुताबिक शॉर्ट सर्किट के कारण ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लगी थी. आग के तेजी से फैलने के कारण अंदर वाले यूनिट में ज्यादा नुकसान हो गया.
NICU में उस वक्त 50 से ज्यादा नवजात बच्चों को रखा गया था. ऐसे में आग लगने की वजह से 10 नवजात बच्चों ने दम तोड़ दिया. वहीं, 16 मासूम घायल हो गए.
आग लगने की वजह से मौके पर चीख-पुकार मच गई और घटनास्थल पर मौजूद लोगों और नर्सिंग स्टाफ ने किसी तरह बच्चों को बचाना शुरू किया.
इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए बड़े निर्देश दिए हैं. प्रयागराज के फूलपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अस्पताल में आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी.
उन्होंने कहा कि वह की सुरक्षा के लिए और राहत-बचाव के लिए अधिकारियों के साथ कोऑर्डिनेट कर पूरी जानकारी लेते रहे और झांसी के मंडलायुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक को 12 घंटे के भीतर घटना की रिपोर्ट सौंपने का सख्त निर्देश दिया है.
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उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मौके पर मौजूद
वहीं, राज्य सरकार की ओर जारी बयान में कहा गया है कि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रमुख स्वास्थ्य सचिव को मौके पर भेज दिया गया है.
मौके पर मौजूद उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि सोलह बच्चों का इलाज चल रहा है. बच गए बच्चों को अन्य हॉस्पिटल में वार्मर पर रखा गया है.
साथ ही उन्होंने कहा कि घटना की जांच जारी है और मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने अपने X हैंडल पर लिखा कि अस्पताल में आग लगने की घटना के लिए तीन स्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि झांसी के मंडलायुक्त और DIG के अलावा अग्निशमन विभाग और मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया है. राज्य सरकार की ओर से साथ ही पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.
इस घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने नवजात शिशुओं की मौत की खबर को दिल दहला देने वाला बताया. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए अपने X हैंडल पर मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की बात कही.
वहीं, राज्य सरकार ने भी प्रत्येक मृतक के माता-पिता को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर घायलों के परिवार 50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी.
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