2024 US Elections : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग होने के बाद नतीजों का रुझान चल रहा है. इसी बीच अब तेजी से डोनाल्ड ट्रंप को लेकर चर्चा तेज हो गई है कि वह राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद किन नीतियों का पालन करते हुए दिखाई देंगे.
06 November, 2024
2024 US Elections : अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होने के बाद नतीजों का एलान किया जा रहा है. लेकिन बुधवार की शाम तक अमेरिका के नए राष्ट्रपति चुनने की पूरी उम्मीद है. इसी बीच रुझानों में डोनाल्ड ट्रंप काफी आगे चल रहे हैं अगर वह एक बार फिर राष्ट्रपति का चुनाव जीतने में कामयाब होते हैं तो उसका अमेरिका के अंदरूनी और बाहरी नीतियों पर क्या असर पड़ेगा? क्या वह किन नई नीतियों का पालन करते दिखेंगे? वहीं, डोनाल्ड ट्रंप पहले से ही आक्रमक तरीके से अमेरिका फर्स्ट की नीति को लागू कर सकते हैं.
फैसलों ने किया दुनिया को आकर्षित
डोनाल्ड ट्रंप की नीतिगत फैसलों ने हमेशा दुनिया को आकर्षित किया है और अब उन्होंने कह दिया है कि उनके कार्यकाल में दुनिया में कोई युद्ध नहीं हुआ था. इसके अलावा वह कई मुद्दों पर अपना ध्यान लगाने की कोशिश करेंगे क्योंकि इस समय उनको वर्ल्ड के अलावा अमेरिका के पुनर्निर्माण पर भी विचार करना है और इसके लिए उन्हें दुनिया की मदद की जरूरत होगी. साथ ही कहा जा रहा है कि वह चीन-भारत से आयात पर भारी टैरिफ लगा सकते हैं जिसकी वजह से भारत की जीडीपी में 0.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की जा सकती है.
अमेरिकी टैक्स में करेंगे कटौती
डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से साल 2017 में टैक्स कटौती करने के बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने का काम किया था. माना जा रहा है कि अगर वह एक बार राष्ट्रपति पद पर विराजमान होते हैं तो इस योजना को बड़े स्तर पर लागू करने का काम करेंगे. ट्रंप की निगाह कंपनियों के टैक्स में कटौती और उनकी मदद पर केंद्रित हो सकती है, क्योंकि इससे अमेरिकी लोगों के लिए भारी संख्या में रोजगार पैदा होने की संभावना है.
इमिग्रेशन और सुरक्षा पर होगा ध्यान
मेक्सिको-अमेरिकी की सीमा पर दीवार बनाना, ट्रंप प्रशासन के समय ही ऐस समय के लिए एक विवादस्पद लेकिन केंद्रीय मुद्दा रहा है. साथ ही ट्रंप सरकार के दौरान इमिग्रेशन पर सख्त नीतियों का पालन किया जा सकता है. इसका सबसे बड़ा असर अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों पर पड़ने वाला है.
चीन के प्रति होगा कड़ा रुख?
चीन के प्रति डोनाल्ड ट्रंप रुख ज्यादातर कड़ा ही रहा है. ट्रंप सरकार के दौरान ही अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध छिड़ गया था जिसके बाद में जो बाइडेन ने संभालने की कोशिश की थी. अगर ट्रंप फिर से राष्ट्रपति पद पर विराजमान होते हैं तो चीन-अमेरिका के बीच रिश्तों में तनाव पैदा हो सकता है. माना जा रहा है कि उनके कार्यकाल के दौरान चीन के व्यापार को लेकर चीन के अमेरिकी दबाव का सामना करना पड़ सकता है. वहीं, ट्रंप H-1B वीजा नियमों को सख्त कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें- 6 भारतीयों ने जीता अमेरिका के ‘हाउस ऑफ प्रेजेंटेटिव्स’ का चुनाव, सुहास सुब्रमण्यम ने वर्जीनिया से मारी बाजी