पढ़ें मशूहर शायर जॉन एलिया के बेहतरीन शेर 

बहुत नजदीक आती जा रही हो, बिछड़ने का इरादा कर लिया क्या.

बहुत नजदीक

कौन इस घर की देख-भाल करे, रोज इक चीज टूट जाती है.

देख-भाल

 किस लिए देखती हो आईना, तुम तो खुद से भी खूबसूरत हो.

देखती हो आईना

क्या सितम है कि अब तिरी सूरत, गौर करने पे याद आती है.

क्या सितम है

मुझे अब तुम से डर लगने लगा है, तुम्हें मुझ से मोहब्बत हो गई क्या.

डर लगने लगा

इलाज ये है कि मजबूर कर दिया जाऊं, वगरना यूं तो किसी की नहीं सुनी मैं ने.

मजबूर कर दिया